पलक्कड़/बेंगलूरु/दक्षिण भारत। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 14 जुलाई को लॉन्च किए गए चंद्रयान-3 (एलवीएम3-एम4) के सफल प्रक्षेपण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए इसरो और दूरसंचार विभाग (संचार मंत्रालय) ने आईटीआई लिमिटेड की तारीफ की है।
इस प्रतिष्ठित मिशन के उड़ान वाहन में इसरो के कड़े उच्चतम गुणवत्ता मानकों का पालन करते हुए आईटीआई लि. द्वारा निर्मित 55 पैकेज थे।
अब तक केवल तीन देश अमेरिका, रूस और चीन ही चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट-लैंडिंग करवा पाए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने सफल मिशन के लिए इसरो की उपलब्धि की सराहना की थी।
मिशन में आईटीआई की भूमिका की सराहना करते हुए ग्रुप डायरेक्टर इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्शन ग्रुप, ईएसएई (इसरो - इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम्स एक्चुएटर्स एंटिटी) शीना अब्राहम ने कहा, 'हम आपके संगठन में टीम के सभी सदस्यों के प्रति अपनी गहरी सराहना व्यक्त करना चाहते हैं, जिन्होंने इस उपलब्धि के लिए कड़ी मेहनत की है। इन पैकेजों में से हम भविष्य में भी और अधिक सफलताओं के लिए मिलकर प्रयास करेंगे।'
दूरसंचार विभाग के सचिव के राजारमन ने कहा, 'डीओटी भारत के चंद्र मिशन चंद्रयान3 के सफल प्रक्षेपण का जश्न मनाता है और आईटीआई लिमिटेड को बधाई देता है, जिसके विभिन्न निर्मित पैकेज मिशन में शामिल हुए हैं। डीओटी में हमें अंतरिक्ष अन्वेषण की सीमाओं को आगे बढ़ाने के इसरो के सफल प्रयासों का हिस्सा होने पर बहुत गर्व है।'
इस अवसर पर आईटीआई लि. के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजेश राय ने कहा, 'आईटीआई लि. प्रतिष्ठित चंद्र मिशन का हिस्सा बनकर अभिभूत है, जो राष्ट्रीय अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। मुझे यह बताते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि आईटीआई ने इस मिशन में मदद करने के लिए अपनी विशिष्ट इंजीनियरिंग कौशल, विनिर्माण विशेषज्ञता और कुशल कार्यबल का योगदान दिया है। अंतरिक्ष क्षेत्र भारतीय उद्योग के लिए खुल रहा है और हम भविष्य के अंतरिक्ष कार्यक्रमों में बड़ी भूमिका निभाने के लिए इसरो के साथ इस लंबे सहयोग का लाभ उठाएंगे।
आईटीआई लि. का पलक्कड़ प्लांट भारत की अंतरिक्ष आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद करने के प्रयास में अपने सभी प्रतिष्ठित मिशनों में दो दशकों से अधिक समय से इसरो के साथ जुड़ा हुआ है। एलवीएम3 एम2/वनवेब इंडिया-1 मिशन के लॉन्च के संबंध में उड़ान पैकेजों को साकार करने के लिए आईटीआई लि. पलक्कड़ प्लांट की इस साल जून और पिछले साल अक्टूबर में इसरो द्वारा सराहना की गई थी।