कर्नाटक सरकार ने औपचारिक रूप से 'गृह ज्योति' मुफ्त बिजली योजना शुरू की

मुख्यमंत्री और खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा

प्रतीकात्मक रूप से 10 लोगों को 'शून्य बिल' सौंपकर योजना की औपचारिक शुरुआत की

कलबुर्गी/दक्षिण भारत। कर्नाटक सरकार ने शनिवार को औपचारिक रूप से 'गृह ज्योति' योजना शुरू की, जो कांग्रेस पार्टी की पांच चुनावी गारंटी में से एक है और राज्य में घरों को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने का वादा करती है।

प्रतीकात्मक रूप से 10 लोगों को 'शून्य बिल' सौंपकर योजना की औपचारिक शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री सिद्दरामैया और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर लोकलुभावन घोषणाओं के माध्यम से स्वार्थ के लिए राज्य के खजाने को 'खाली' करने का आरोप लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।

'गृह ज्योति' के लॉन्च के साथ राज्य सरकार ने अब तक पांच चुनावी गारंटी में से तीन को लागू कर दिया है। अन्य दो हैं, सार्वजनिक परिवहन बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा सेवा प्रदान करने वाली 'शक्ति' और लाभार्थियों को अतिरिक्त 5 किलो चावल के बदले नकद भुगतान करने वाली 'अन्न भाग्य' योजना।
    
मुख्यमंत्री ने संकेत दिए कि हर परिवार की महिला मुखिया को 2,000 रुपए की मासिक सहायता प्रदान करने के लिए 'गृह लक्ष्मी' 24 अगस्त को लॉन्च की जा सकती है। वहीं, बेरोजगार स्नातक युवाओं को हर महीने 3,000 रुपए और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों को 1,500 रुपए प्रदान करने के लिए 'युवा निधि' दिसंबर के अंत या जनवरी तक लॉन्च की जा सकती है।

सिद्दरामैया ने कहा, हमने 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का वादा किया था। गृह ज्योति के तहत 2.14 करोड़ उपभोक्ता पात्र हैं और 1.42 करोड़ परिवारों ने पंजीकरण कराया है। यह योजना 1 जुलाई से लागू हो गई है, जुलाई की बिजली खपत का बिल अगस्त की शुरुआत में आएगा, इसकी औपचारिक शुरुआत आज हो रही है। 
   
'गृह ज्योति' योजना के तहत गणना वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए औसत खपत के आधार पर की जाएगी। साथ ही 10 प्रतिशत अतिरिक्त, लेकिन कुल राशि 200 यूनिट से कम है।

यह उल्लेख करते हुए कि विकास का 'कर्नाटक मॉडल' होगा, सिद्दरामैया ने कहा कि उनकी सरकार पांच चुनावी गारंटियों को लागू करने के साथ-साथ 76 वादों को लागू करेगी, जैसा कि बजट में घोषणा की गई थी। उन्होंने भाजपा को देश के सभी राज्यों में गारंटी लागू करने की चुनौती दी। 

उन्होंने कहा, हम अपने घोषणापत्र में किए गए सभी वादे पूरे करेंगे। इसमें किसी को संदेह करने की जरूरत नहीं है। विपक्ष गलत सूचना फैला रहा है कि पांच गारंटी लागू करना संभव नहीं है। यहां तक कि प्रधानमंत्री ने भी पुणे में कहा है कि यदि गारंटी लागू की गई तो कर्नाटक को आर्थिक दिवालियापन का सामना करना पड़ेगा। 

उन्होंने कहा, मैं नरेंद्र मोदी को बताना चाहता हूं कि हम पांच गारंटी लागू करेंगे, हमने इसके लिए बजट में पैसा उपलब्ध कराया है। कर्नाटक दिवालिया नहीं है। 

मुख्यमंत्री ने राज्य में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर कुशासन का आरोप भी लगाया। इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, मंत्री केजे जॉर्ज, प्रियांक खरगे, शरण प्रकाश पाटिल, ईश्वर खंड्रे सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि कांग्रेस सरकार की पांच गारंटी योजनाओं को लेकर देशभर में चर्चा हो रही है। एक के बाद एक उन्हें लागू किया जा रहा है, क्योंकि ये 'फर्जी घोषणाएं' नहीं हैं।

खरगे ने कहा, 'उनके (प्रधानमंत्री) पास खुफिया जानकारी और अन्य सभी एजेंसियां हैं। उन्हें इसकी जांच करानी चाहिए कि क्या योजनाएं जमीन पर लागू हो रही हैं और क्या ये लोगों तक पहुंच रही हैं।'

खरगे ने कहा, अगर इस देश को सुरक्षित रखना है, तो कांग्रेस को सत्ता में आना होगा, 'इंडिया' (गठबंधन) पार्टियों को संसद में सत्ता में आना होगा।

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