चेन्नई/दक्षिण भारत। रेप्को होम फाइनेंस लिमिटेड के निदेशक मंडल ने अपनी बैठक में, 30 जून को समाप्त तिमाही के लिए भारतीय लेखा मानकों के अनुसार तैयार किए गए वित्तीय परिणामों को मंजूरी दी।
बैंक ने वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही बनाम वित्त वर्ष 23 की पहली तिमाही की गणना करते हुए बताया कि ऋण स्वीकृतियां 691 करोड़ रु. की तुलना में 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 726 करोड़ रु. रही हैं। ऋण संवितरण 642 करोड़ रु. की तुलना में 684 करोड़ रु. रहा, जो 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
कुल आय 307 करोड़ रु. की तुलना में 367 करोड़ रु. रही, जिसमें 19 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। शुद्ध ब्याज आय 137 करोड़ रु. की तुलना में 162 करोड़ रु. रही, जिसके परिणामस्वरूप 5.1 प्रतिशत का स्वस्थ मार्जिन प्राप्त हुआ। शुद्ध लाभ 62 करोड़ रु. की तुलना में 89 करोड़ रु. रहा। ऋण प्रसार 3.3 प्रतिशत पर रहा।
परिसंपत्तियों पर रिटर्न 2.8 प्रतिशत रहा, जिसके परिणामस्वरूप इक्विटी पर रिटर्न क्रमशः 2.1 प्रतिशत और 12.2 प्रतिशत की तुलना में 15.8 प्रतिशत रहा।
बैंक ने वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही बनाम वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही के बारे में बताया कि ऋण स्वीकृतियां 966 करोड़ रु. की तुलना में 726 करोड़ रु. रहीं। ऋण वितरण 835 करोड़ रु. की तुलना में 684 करोड़ रु. रहा। कुल आय 344 करोड़ रु. की तुलना में 366 करोड़ रु. रही।
शुद्ध ब्याज आय 155 करोड़ रु. की तुलना में 162 करोड़ रु. रही। मार्जिन 5.1 प्रतिशत पर रहा। शुद्ध लाभ 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 82 करोड़ रु. की तुलना में 89 करोड़ रु. रहा। ऋण प्रसार 3.3 प्रतिशत रहा।
तीस जून को कंपनी की कुल 159 शाखाओं और 34 सेटेलाइट केंद्रों का नेटवर्क था, जो तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, गुजरात, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, झारखंड, राजस्थान और केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में फैला हुआ था।