कभी जयललिता के अपमान पर हंसने वाले आज द्रोपदी के चीरहरण की बात कर रहे हैं: सीतारमण

उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि वे गंभीर रूप से चिंतित हैं और मैं उसे हल्के में नहीं ले रही'

‘मैं कनिमोई और पूरे सदन को याद दिलाना चाहती हूं कि 25 मार्च, 1989 को तमिलनाडु विधानसभा में जयललिता की साड़ी खींची गई थी'

नई दिल्ली/भाषा। मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड निकालने की घटना को लेकर विपक्षी दलों के आरोपों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार महिलाओं से जुड़े मामलों पर संवेदनशील है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने इस मुद्दे पर लोकसभा में द्रमुक सदस्यों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कभी तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता का अपमान होता देखकर हंसने वाले आज द्रोपदी के चीरहरण की बात कर रहे हैं।

सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि द्रमुक सदस्य कनिमोई ने महाभारत में द्रोपदी की बात की। सीतारमण ने कहा कि महिलाओं के अपमान पर, उन्हें निर्वस्त्र करने की घटनाओं पर हम सभी बहुत संवेदनशील हैं।

उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि वे गंभीर रूप से चिंतित हैं और मैं उसे हल्के में नहीं ले रही। लेकिन मैं एक बात कहना चाहूंगी कि मणिपुर हो, दिल्ली हो, राजस्थान हो या देश के किसी भी हिस्से में महिलाओं के मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।’

उन्होंने कहा, ‘मैं कनिमोई और पूरे सदन को याद दिलाना चाहती हूं कि 25 मार्च, 1989 को तमिलनाडु विधानसभा में तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष जयललिता की साड़ी खींची गई थी और उनके इस अपमान पर द्रमुक के सदस्य हंस रहे थे।’

उन्होंने कहा कि आज ये लोग द्रौपदी और महाभारत की बात कर रहे हैं, यह अविश्वसनीय है।

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