सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं, व्यावहारिक तरीके से समाधान खोजें: वीके सिंह

वीआईटी, वेल्लोर ने 38वां वार्षिक दीक्षांत समारोह मनाया

वीआईटी के संस्थापक-चांसलर डॉ. जी विश्वनाथन ने समारोह की अध्यक्षता की

वेल्लोर/दक्षिण भारत। वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (वीआईटी), वेल्लोर ने हाल में अपना 38वां वार्षिक दीक्षांत समारोह मनाया। इसमें सड़क परिवहन, राजमार्ग और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल डॉ. वीके सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया और दीक्षांत भाषण दिया। वीआईटी के संस्थापक-चांसलर डॉ. जी विश्वनाथन ने समारोह की अध्यक्षता की।

अपने भाषण में जनरल सिंह ने कहा, 'सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है, हालांकि यह किताबों में लिखा है। यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने प्रतिबद्ध, मेहनती हैं और कितना ज्ञान रखते हैं।' उन्होंने स्नातकों को सलाह दी कि वे सभी समस्याओं के लिए एक ही समाधान पर अड़े न रहें, बल्कि व्यावहारिक तरीके से समाधान खोजें।

उन्होंने कहा, 'शिक्षा वह है, जिसे आप संस्थान में पर्यावरण के हिस्से के रूप में इकट्ठा करते हैं। इससे आपके व्यक्तित्व में निखार आता है। शिक्षा वह है, जो आपने सीखा है और आप इसे कैसे लागू करेंगे, आप एक खुला दिमाग कैसे विकसित करेंगे और चीजों का विश्लेषण कैसे करेंगे।'

मंत्री ने यह भी बताया कि विकास और बुनियादी ढांचे पर केंद्र के फोकस के साथ, देश ने कई देशों का विश्वास हासिल किया है, जो भारत में निवेश करने के लिए आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि भारत में जिस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, उसने देश को एक आदर्श वैश्विक निवेश गंतव्य बना दिया है और युवाओं से अवसर का उपयोग करने और जीवन में आगे बढ़ने का आह्वान किया। 

इससे पहले, डॉ. जी विश्वनाथन ने अपने संबोधन में जनरल सिंह से आग्रह किया कि वे केंद्र और राज्य सरकारों को उच्च शिक्षा पर अधिक खर्च करने और उन्नत देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रभावित करें।

उन्होंने कहा, 'सकल नामांकन अनुपात (जीईआर), जो भारत में 27 प्रतिशत है, को और बढ़ाने की जरूरत है और अनुसंधान गतिविधियों पर सरकारी खर्च बढ़ाया जाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि अमेरिका में जीईआर 88 प्रतिशत, जर्मनी में 70, चीन में 64 और दक्षिण कोरिया तथा ऑस्ट्रेलिया में 100 प्रतिशत है।

डॉ. विश्वनाथन ने कहा, 'केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा वित्त पोषण की कमी और शैक्षणिक संस्थानों पर बहुत अधिक नियंत्रण बाधाएं पैदा कर रहे हैं।'

विप्रो के बिजनेस ऑपरेशंस के वैश्विक प्रमुख संजीव जैन, वीआईटी के उपाध्यक्ष शंकर विश्वनाथन, डॉ. जीवी सेल्वम और सहायक उपाध्यक्ष कादंबरी एस विश्वनाथन ने भी दीक्षांत समारोह में भाग लिया। समारोह के दौरान कुल 8,619 स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के अलावा वर्ष 2023 की कक्षा के 278 रिसर्च स्कॉलर्स को डिग्री प्रदान की गई।

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