मंडला/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश के मंडला से 'जन आशीर्वाद यात्रा' को शुरू करते हुए कांग्रेस पर खूब प्रहार किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी-अभी मंडला जिले को पूर्ण रूप से फंक्शनल साक्षर जिला घोषित किया गया है। इस आदिवासी बहुल इलाके में साक्षरता का जो अभियान शिवराज सिंह ने चलाया है, इसके लिए मैं इनका अभिनंदन करता हूं।
शाह ने कहा कि आज मैं इस क्षेत्र में आया हूं, जहां ज्यादातर मेरे आदिवासी भाई-बहन रहते हैं। हम आपका आशीर्वाद मांगने आए हैं। इन 20 वर्षों में भाजपा के तीन मुख्यमंत्रियों, विशेषकर शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश को बेमिसाल प्रदेश बनाकर आगे बढ़ाने का काम किया है।
शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश को 'बीमारू' राज्य बनाकर श्रीमान बंटाधार छोड़कर गए थे। दिग्विजय सिंह की सरकार को याद कीजिए। भ्रष्टाचार, लूट-खसोट, गड्ढे से भरीं सड़कें, पानी बगैर खेत, बिजली बगैर गरीब का घर था और महिला सुरक्षा का नामोनिशान नहीं था।
मैं एक आदिवासी सम्मेलन में हिस्सा लेने मध्य प्रदेश आया था। उस समय शिवराज सिंह ने एक साथ 17 घोषणाएं कीं। मैंने पूछा- शिवराजजी, ये पूरी होंगी या नहीं? लेकिन आज सुबह जब मैंने इनसे बात की तो पता चला कि सारी की सारी घोषणाएं जो की गई थीं, वे सब मात्र दो वर्ष में ही पूरी हो गई हैं।
शाह ने कहा कि मैं मध्य प्रदेश के पूरे आदिवासी समाज से कहने आया हूं कि जब केंद्र में यूपीए सरकार थी, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक बयान दिया कि देश की तिजोरी पर सबसे पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है। कांग्रेस हमेशा से अल्पसंख्यक तुष्टीकरण में डूबी रही।
शाह ने कहा कि साल 2014 में मोदी की सरकार आई। संसद की भूमि को प्रणाम करके मोदी ने सारे सांसदों से कहा कि मेरी सरकार आदिवासियों और दलितों की सरकार है। आपको दो विचारधाराओं के बीच चयन करना है। एक तरफ कांग्रेस कहती है कि देश के खजाने पर अल्पसंख्यकों का अधिकार है। वहीं, दूसरी ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि देश के खजाने पर मेरे आदिवासी भाई-बहनों और गरीबों का अधिकार है।
शाह ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में देश के गरीबों और आदिवासियों के लिए मोदी ने ढेर सारे बदलाव किए हैं। मोदी ने जल, जंगल और जमीन के साथ सुरक्षा, सम्मान और समावेशी विकास को जोड़कर आदिवासी कल्याण की अलख जगाई।
शाह ने कहा कि कुछ दिनों बाद जी20 की बैठक है। आज इसकी अध्यक्षता भारत कर रहा है। दुनिया, भारत के विकास और संस्कृति से परिचित हो रही है। दुनिया के सबसे ज्यादा सम्मान हमारे नेता नरेंद्र मोदी को मिले हैं, लेकिन ये सम्मान उन्हें नहीं, बल्कि भारत की 130 करोड़ जनता को मिले हैं।