इस्लामाबाद/दक्षिण भारत। पाकिस्तान में खाली खजाने, आर्थिक तबाही और डॉलर के मुकाबले रुपए में भारी गिरावट के कारण मुद्रा पर लोगों के घटते भरोसे के बीच 'नोटबंदी' की अफवाह फैल गई है। इससे जनता में हड़कंप मच गया है। सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट खूब शेयर की जा रही हैं, जिनमें दावा किया गया है कि सरकार ने 5,000 रुपए का नोट बंद कर दिया है।
इसके बाद अंतरिम सूचना मंत्री मुर्तजा सोलांगी ने गुरुवार को ऑनलाइन प्रसारित उस 'अधिसूचना' को खारिज कर दिया, जिसमें झूठा दावा किया गया था कि सरकार ने 5,000 रुपए के नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया है। मंत्री ने इसे 'फर्जी ख़बर' करार दिया।
फर्जी अधिसूचना में दावा किया गया था कि इसे वित्त प्रभाग द्वारा जारी किया गया है। उसके अनुसार, सरकार ने वित्तीय प्रणाली को मजबूत करने और अवैध वित्तीय गतिविधियों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से महत्त्वपूर्ण नीति परिवर्तन की घोषणा की है।
इसमें दावा किया गया है, '30 सितंबर, 2023 से पूरे पाकिस्तान में 5,000 रुपए के करेंसी नोटों के इस्तेमाल, कब्जे और प्रसार पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।' यह भी कहा कि इस तारीख के बाद ये नोट वैध मुद्रा नहीं रहेंगे।
इसमें कहा गया कि नागरिकों और वित्तीय संस्थानों को निर्दिष्ट समय सीमा तक अधिकृत बैंकों और वित्तीय संस्थानों में अपने 5,000 रुपए के नोट बदलने या जमा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। तीस सितंबर, 2023 के बाद ये नोट स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने ट्विटर पर अपनी पोस्ट में उक्त अधिसूचना साझा करते हुए कहा, 'यह फर्जी है। सरकार अराजकता पैदा करने के लिए इस तरह की फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।'
हालांकि मंत्री के स्पष्टीकरण के बावजूद यह पोस्ट वॉट्सऐप समूहों में खूब शेयर की जा रही है।