जम्मू-कश्मीर में कब खत्म होगा आतंकवाद? वीके सिंह ने दिया यह जवाब

उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में बुनियादी ढांचे, उद्योगों और पर्यटन का तेज गति से विकास हो रहा है

पड़ोसी देश पाकिस्तान के दिमाग में भारत के अंदरूनी मामलों में छेड़छाड़ की फितरत कायम है

इंदौर/भाषा। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास की गतिविधियां तेज होने से आतंकवादियों की तादाद में पहले से काफी कमी आई है, लेकिन छिटपुट आतंकी घटनाएं रोकने में अभी समय लगेगा, क्योंकि पड़ोसी देश पाकिस्तान के दिमाग में भारत के अंदरूनी मामलों में छेड़छाड़ की फितरत कायम है।

नवंबर में संभावित विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रचार के लिए मध्य प्रदेश आए सिंह ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की तादाद में पहले से काफी कमी आई है और अलगाववादियों की फैलाई गई भ्रांति भी मिट चुकी है कि यह देश के बाकी हिस्सों से भिन्न है।

उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में बुनियादी ढांचे, उद्योगों और पर्यटन का तेज गति से विकास हो रहा है। अगर आम कश्मीरी से पूछा जाएगा, तो वह आपको बताएगा कि वह इस विकास से बहुत खुश है।’

अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के तीन अधिकारियों के शहीद होने के अगले दिन थल सेना के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘(जम्मू-कश्मीर में) छिटपुट आतंकी घटनाएं होती रहेंगी। इन्हें रोकने में समय लगेगा क्योंकि एक देश (पाकिस्तान) ऐसा है, जो भले ही दिवालिया हो गया है, लेकिन उसके दिमाग से भारत के अंदरूनी मामलों से छेड़छाड़ की फितरत नहीं गई है। जब यह देश छिन्न-भिन्न हो जाएगा, तो ये चीजें अपने आप खत्म हो जाएंगी।’

उन्होने यह भी कहा कि अनतंनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के तीन अधिकारियों के शहीद होने पर देश के सब लोग दु:खी हैं, लेकिन कांग्रेस ने इस शहादत पर शोक जताने के लिए कुछ भी नहीं किया।

सिंह ने कहा, ‘वे (कांग्रेस नेता) कम से कम मोमबत्ती जुलूस ही निकाल देते। कांग्रेस की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में सैनिकों को बुलेटप्रूफ जैकेट तक नहीं मिलते थे। ये जैकेट सैनिकों को 2014 के बाद से मिलने लगे।’

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कश्मीरी पंडितों को घाटी में दोबारा बसाने के सरकार के प्रयासों में पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई और कुछ स्थानीय लोग अपने-अपने हितों के कारण रोड़े अटका रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘...लेकिन मैं बड़े विश्वास से कह रहा हूं कि यह माहौल ज्यादा दिन तक बना नहीं रहेगा। आप बस थोड़े दिन और रुक जाइए।’

सिंह ने यह भी कहा कि भारत की आजादी के बाद अंग्रेज तो चले गए, लेकिन देश के दक्षिणी हिस्से में उनके पैदा किए गए 'सनातन धर्म विरोधी विचारों' का कुछ शक्तियों ने सियासी फायदा उठाया।

उन्होंने कहा, ‘द्रमुक (द्रविड़ मुनेत्र कषगम) ऐसी ही शक्तियों से उत्पन्न हुआ सियासी दल है। आज इस दल का सियासी वजूद खतरे में है, इसलिए उसके नेता सनातन धर्म के खिलाफ बातें जरूर करेंगे।’

सिंह ने विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस)गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि इस गठजोड़ के संक्षिप्तीकरण का मतलब भारत नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन का यह नाम लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश के तहत रखा गया है, ताकि इस गठजोड़ के असली चेहरे को छिपाया जा सके।

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