नई दिल्ली/भाषा। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रतिबंधित आतंकवादी समूह ‘आईएसआईएस’ के भर्ती अभियान को विफल करने के लिए शनिवार को तमिलनाडु और तेलंगाना में 31 स्थानों पर छापेमारी की। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
आतंकवाद-रोधी एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि तलाशी के दौरान कई डिजिटल उपकरण, दस्तावेज, स्थानीय और अरबी भाषाओं में आपत्तिजनक किताबें और 60 लाख रुपए के साथ-साथ 18,200 अमेरिकी डॉलर नकद जब्त किए गए।
अधिकारी ने कहा कि एजेंसी जब्त किए गए मोबाइल फोन, लैपटॉप और हार्ड डिस्क को खंगाल रही है।
प्रवक्ता ने कहा कि एनआईए के कई दलों ने तमिलनाडु के कोयंबटूर में 22 स्थानों, चेन्नई में तीन और तेन्काशी जिले में एक और तेलंगाना के हैदराबाद में पांच स्थानों पर छापे मारे।
उन्होंने कहा कि यह छापेमारी एनआईए द्वारा चेन्नई में भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एक मामले के संबंध में की गई है। यह मामला भोले-भाले युवकों को कट्टरपंथी बनाने के लिए व्यक्तियों के एक समूह के गुप्त अभियानों से संबंधित है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘क्षेत्रीय अध्ययन केंद्रों के माध्यम से अरबी भाषा की कक्षाएं आयोजित करने की आड़ में कट्टरपंथ को बढ़ावा दिया जा रहा था। इस तरह की कट्टरपंथी गतिविधियों को सोशल मीडिया मंचों और वॉट्सऐप व टेलीग्राम जैसी ऑनलाइन संदेश सेवाओं के माध्यम से प्रसारित किया जा रहा था।’
उन्होंने कहा, ‘मामले में शामिल व्यक्तियों के समूह ने युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और आतंकवादी संगठन में भर्ती करने की साजिश रची थी, जो बाद में आतंकवादी और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाए गए। ऐसा ही एक आतंकी हमला 23 अक्टूबर, 2022 के कोयंबटूर कार बम विस्फोट मामले से संबंधित है।’