हुब्बली/दक्षिण भारत। दक्षिण पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक संजीव किशोर ने शनिवार को केएसआर बेंगलूरु रेलवे स्टेशन पर अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता शपथ दिलाकर स्वच्छता पखवाड़े का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम की शुरुआत महाप्रबंधक के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन परिसर में हस्ताक्षर अभियान और वॉकथॉन के साथ हुई।
पहला दिन 'स्वच्छता जागरूकता दिवस' के रूप में मनाया गया। इस दौरान लोगों में स्वच्छता के महत्त्व और रेलवे परिसर में एकल उपयोग प्लास्टिक से बचने को लेकर जागरूकता पैदा की गई।
इस मौके पर संजीव किशोर ने रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और यात्रियों से पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए प्लास्टिक बैग की जगह कपड़े के बैग का इस्तेमाल करने की अपील की।
रेलवे की भारत स्काउट और गाइड इकाई ने रेलवे परिसर में यात्रियों को स्वच्छता के बारे में जागरूक करने के लिए एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। एक अभिनव पहल 'प्लास्टिक असुर' ने स्टेशन परिसर के चारों ओर घूमकर एकल-उपयोग प्लास्टिक के खतरों के बारे में जागरूकता पैदा की और यात्रियों, जनता को प्लास्टिक का उपयोग छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
निरीक्षण के क्रम में संजीव किशोर ने रेलवे स्टेशन पर एकल-उपयोग प्लास्टिक बोतलों से स्थापित की गई मूर्ति को देखा और उसकी सराहना की। बेंगलूरु मंडल की पर्यावरण और हाउस कीपिंग शाखा ने स्टेशन से एकत्रित 18 किलोग्राम अपशिष्ट प्लास्टिक की बोतलों का उपयोग करके केवल दस घंटे में यह मूर्ति बनाई है।
इस अवसर पर मुख्य यांत्रिक अभियंता (पर्यावरण और हाउस कीपिंग) अजय सिंह, मंडल रेल प्रबंधक योगेश मोहन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। दपरे महिला कल्याण संगठन की जोनल अध्यक्ष डॉ. वंदना श्रीवास्तव के साथ मंडल अध्यक्ष शिखा अग्रवाल और संगठन के अन्य सदस्यों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
इसी तरह, मैसूरु और हुब्बली मंडलों में भी स्वच्छता पखवाड़ा शुरू किया गया। दपरे के विभिन्न स्थानों पर स्वच्छता शपथ दिलाई गई। रेलवे को स्वच्छ और हरित बनाए रखने में मदद करने के लिए रेल यात्रियों को जागरूक करने के लिए स्टेशनों पर फील्ड इकाइयां, फ्रंटलाइन कर्मचारी जागरूकता अभियान में लगे हुए हैं। यह जानकारी मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अनीश हेगड़े ने दी।