कोयंबटूर/दक्षिण भारत। विश्व अंतरिक्ष सप्ताह समारोह 2023 गुरुवार सुबह कोंगुनाडु आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज में आयोजित किया गया। इस अवसर पर एमएके कंट्रोल्स एंड सिस्टम प्रा.लि. के संस्थापक एवं अध्यक्ष थिरु अथप्पा मनिकम मुख्य अतिथि थे। उन्होंने उद्घाटन भाषण दिया। समारोह की अध्यक्षता कॉलेज सचिव एवं निदेशक डॉ. सीए वासुकी ने की। उप महाप्रबंधक, सेफ्टी, एसडीएससी एसएचएआर, इसरो, श्रीहरिकोटा, अध्यक्ष, डब्ल्यूएसडब्ल्यू 2023 कोयंबटूर टी सुब्बानांथन ने विशेष भाषण दिया। उपनिदेशक, आरओ, एसडीएससी, एसएचएआर, इसरो श्रीहरिकोटा जी ग्रहदुरई विशिष्ट अतिथि थे। उन्होंने मुख्य भाषण दिया। प्राचार्य डॉ. एम लेकेशमनस्वामी ने स्वागत भाषण दिया।
टी सुब्बानांथन ने चंद्रयान-3 और आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण का उल्लेख करते हुए बताया कि इसरो की गतिविधियां अहम मुकाम तक पहुंच गई हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि मानवता की सेवा में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी इसरो की टैगलाइन है। भारत सरकार का दृष्टिकोण और उद्देश्य अंतरिक्ष गतिविधियों के बारे में ज्ञान पहुंचाना और युवाओं को प्रेरित करना है। उन्होंने उद्यमियों के महत्त्व और उसकी तैयारी पर भी जोर दिया।
विशेष संबोधन के बाद मुख्य अतिथि थिरु अथप्पा मनिकम द्वारा अंतरिक्ष और उद्यमिता विषय पर डब्ल्यूएसडब्ल्यू 2023 का टीज़र वीडियो जारी किया गया।
डॉ. सीए वासुकी ने 5 से 7 अक्टूबर तक विश्व अंतरिक्ष सप्ताह (डब्ल्यूएसडब्ल्यू) मनाने के लिए कॉलेज को चुनने के वास्ते भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का स्वागत किया और धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इसरो में महिला सदस्य संपूर्ण नारी समाज के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने गणितज्ञ और खगोलशास्त्री लगधा, तमिल संत और कवि मणिक्कवसागर, तमिल लेखक और कवि सुब्रमण्यम भारती का उल्लेख किया, जिन्हें अंतरिक्ष और आकाशगंगा के बारे में व्यापक ज्ञान था।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं में अंतरिक्ष और उद्यमिता में जागृति पैदा करने के लिए है। यह बताते हुए खुशी हो रही थी कि केएएससी के कई पूर्व विद्यार्थी इसरो में काम कर रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को अंतरिक्ष उद्यमी और नवप्रवर्तक बनने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि साल 2019 में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के लिए केवल 11 स्टार्टअप थे, लेकिन 2022 में लगभग 47 स्टार्टअप हो गए। उन्होंने कहा कि कोयंबटूर नवाचार और उद्यमिता का स्थान है। यहां के लोग अपनी कड़ी मेहनत के लिए जाने जाते हैं।
जी ग्रहदुरई ने कहा कि इस साल विश्व अंतरिक्ष सप्ताह आठ अलग-अलग स्थानों पर मनाया जा रहा है। अंतरिक्ष विज्ञान हमें एकजुट करेगा और पूरी मानवता को लाभान्वित करेगा। उन्होंने बताया कि केवल 11 देश अंतरिक्ष में बहुत योगदान दे रहे हैं। भारत, पृथ्वी की कक्षा से पांच उपग्रह लॉन्च करने वाला एकमात्र देश है। भारत को ज्यादा अंतरिक्ष उद्यमियों की जरूरत है। अंतरिक्ष विज्ञान से पूरी मानवता को लाभ होगा।
थिरु अथप्पा मनिकम ने कहा कि इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी करने के बाद उन्हें नासा में नौकरी की पेशकश की गई थी, लेकिन उनका इरादा भारत में ही सेवा करने का था। इसके परिणामस्वरूप उन्होंने अपनी कंपनी शुरू की और एमएके कंट्रोल्स एंड सिस्टम्स का जन्म हुआ। उन्होंने युवाओं को भारत माता की सेवा के लिए काम करने की सलाह दी।
इसके बाद डब्ल्यूएसडब्ल्यू 2023 ब्रोशर का विमोचन किया गया। फिर कॉलेज और इसरो टीम द्वारा गणमान्य जन को स्मृति चिह्न और शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। डॉ. आर सरवनमूर्ति ने धन्यवाद दिया। इसरो की अंतरिक्ष प्रदर्शनी का उद्घाटन कॉलेज के इनडोर स्टेडियम में थिरु अथप्पा मनिकम ने किया। यहां विद्यार्थियों ने रंग भरने, ड्रॉइंग और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं में भाग लिया।