नई दिल्ली/दक्षिण भारत/भाषा। ‘महादेव बेटिंग ऐप’ मामले में नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं। इसका प्रवर्तक सौरभ चंद्राकर कुछ साल पहले तक छत्तीसगढ़ में जूस बेचा करता था। वहीं, रवि उप्पल टायरों की दुकान चलाता था। इन्होंने साझेदारी में यह ऐप शुरू किया था।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ‘महादेव बेटिंग ऐप’ से जुड़े धनशोधन मामले में हास्य कलाकार कपिल शर्मा, अभिनेत्री हुमा कुरैशी और हिना खान को समन भेजकर अलग-अलग तारीख पर पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है।
संघीय जांच एजेंसी पहले ही इस मामले में बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर को समन भेजकर छह अक्टूबर को रायपुर के क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित होने का निर्देश दे चुकी है। माना जा रहा है कि कपूर ने दो सप्ताह का समय मांगा है।
अधिकारियों ने बताया कि हाल में तीनों कलाकारों को समन भेजकर एजेंसी के रायपुर कार्यालय में अलग-अलग तारीखों पर पेश होने को कहा गया है।
एजेंसी धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत इनका बयान दर्ज करेगी और यह समझने की कोशिश करेगी कि ऐप के प्रवर्तकों द्वारा कथित तौर पर किए गए भुगतान और धन प्राप्ति का तरीका क्या था।
माना जा रहा है कि इन कलाकारों को मामले में आरोपी नहीं बनाया जाएगा।
समझा जाता है कि इन कलाकारों ने महादेव ऐप का प्रचार किया और कुछ ने ऐप के एक प्रवर्तक की विदेश में हुई शादी में मेहमानों का मनोरंजन किया था।
कपूर को पेश होने के लिए समन भेजने के बाद सूत्रों ने बताया कि ईडी मामले में 14 से 15 अन्य हस्तियों की भूमिका की जांच कर रही है और उन्हें भी जल्द पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
एजेंसी के मुताबिक, कंपनी के प्रवर्तक सौरभ और रवि दुबई से ऐप संचालित कर रहे थे। उसने आरोप लगाया कि वे नए उपयोगकर्ताओं का पंजीकरण करने के लिए ‘ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्लीकेशन का इस्तेमाल करते थे, आईडी बनाते थे एवं बहुस्तरीय बेनामी बैंक खातों के नेटवर्क से धनशोधन करते थे।
अधिकारियों ने बताया कि ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि ‘महादेव ऑनलाइन बुक ऐप’ का संचालन संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) स्थित प्रधान कार्यालय से किया जाता था। उन्होंने बताया कि वे अपने जानकारों को 'फ्रेंचाइजी' के जरिए खोली गई शाखाओं को कारोबार का अधिकार 70:30 के लाभ अनुपात पर देते थे।
अधिकारियों ने बताया कि सट्टे से हुई कमाई की राशि दूसरे देशों में मौजूद खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर ‘हवाला’ का इस्तेमाल किया जाता था।
उन्होंने बताया कि भारत में सट्टा वेबसाइट के प्रचार करने के लिए बड़े पैमाने पर नकदी का इस्तेमाल किया गया, ताकि नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी के लिए उन्हें आकर्षित किया जा सके।
कंपनी के प्रवर्तक छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। सौरभ भिलाई का निवासी है। उसके पिता नगर निगम में पंप ऑपरेटर की नौकरी करते थे। वह 2019 में दुबई चला गया था। वहां उसने सट्टेबाजी से दौलत का साम्राज्य खड़ा कर लिया।
विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह आरोप है कि सौरभ की फरवरी 2023 में यूएई में शादी के दौरान ऐप के प्रवर्तकों ने 200 करोड़ रुपए नकद लगा दिए थे। यही नहीं, परिजन को नागपुर से विवाह स्थल तक लाने के लिए निजी जेट लगाए गए थे। इस भव्य शादी में फिल्मी हस्तियों से डांस करवाया गया था।