आज का भारत पहले की सरकारों की 'डरी हुई सोच' को पीछे छोड़कर बढ़ रहा आगे: मोदी

प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें केदारखंड के साथ-साथ मानसखंड को भी उस ऊंचाई तक ले जाना है

पिथौरागढ़/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यहां मानसखंड में बागेश्वर, बैजनाथ, नंदा देवी, गोलू देवता, पूर्णागिरि, कसार देवी, कैंची धाम, कटारमल, नैनादेवी, नानकमत्ता, रीठासाहिब जैसे अनेक देव स्थलों की शृंखला का वैभव विद्यमान है। राष्ट्र रक्षा और आस्था की इस तीर्थभूमि पर आकर मैं धन्य हो जाता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां आने से पहले मुझे पार्वती कुंड और जोगेश्वर धाम में पूजा-अर्चना करने का सौभाग्य मिला। मैंने हर देशवासी के अच्छे स्वास्थ्य के लिए, विकसित भारत के संकल्प को मजबूत करने के लिए और उत्तराखंड के सारे सपने व संकल्प पूरे हों, इसके लिए आशीर्वाद मांगा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचे, आप लोगों का जीवन आसान हो, इसके लिए हमारी सरकार पूरी ईमानदारी से, पूरे समर्पण भाव से और एक ही लक्ष्य लेकर काम कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी यहां 4 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। मैं आप सभी को इन परियोजनाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में देश ने महिलाओं के लिए लोकसभा और विधानसभा में 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। दशकों से लंबित यह काम आपका भाई और आपका बेटा कर पाया है। उस समय भी यहां की बहनों ने बहुत सारी चिट्ठियां भेजीं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनौतियों से घिरी दुनिया में भारत की आवाज बुलंद होती जा रही है। अभी कुछ सप्ताह पहले जी20 का इतना बड़ा शानदार आयोजन हुआ, उसमें भी दुनिया ने हम भारतीयों का लोहा माना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दूर-सुदूर पहाड़ों पर देश के कोने-कोने में जो लोग रहते हैं, हमने उनकी भी चिंता की। इसलिए सिर्फ 5 वर्षों में देश में 13.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। ये 13.5 करोड़ लोग, इस बात का उदाहरण हैं कि भारत अपनी गरीबी मिटा सकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले नारा दिया जाता था कि 'गरीबी हटाओ', मोदी कह रहा है​ कि हम मिलकर गरीबी हटाकर रहेंगे। हम जिम्मेदारी लेते हैं और जी-जान से जुट जाते हैं। आज हर क्षेत्र, हर मैदान में हमारा तिरंगा ऊंचे से ऊंचा लहरा रहा है। हमारा चंद्रयान वहां पहुंचा है, जहां दुनिया का कोई भी देश नहीं पहुंच पाया। जिस जगह पर चंद्रयान से लैंडिंग की है, भारत ने उस स्थान को शिव-शक्ति का नाम दिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि स्पेस में ही नहीं, स्पोर्ट्स में भी भारत का दम आज दुनिया देख रही है। हाल में एशियाई खेल समाप्त हुए हैं। इसमें भारत ने इतिहास के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पहली बार भारत के खिलाड़ियों ने 100 से ज्यादा मेडल जीतने का रिकॉर्ड बनाया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के खिलाड़ी देश-दुनिया में अपना परचम लहराएं, इसके लिए सरकार खिलाड़ियों की पूरी मदद कर रही है। खिलाड़ियों के खाने-पीने से लेकर आधुनिक ट्रेनिंग तक, सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के हर गांव में देश के रक्षक हैं। वन रैंक-वन पेंशन की उनकी दशकों पुरानी मांग को हमारी ही सरकार ने पूरा किया है।

अब तक वन रैंक-वन पेंशन के तहत 70 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि हमारी सरकार पूर्व सैनिकों को दे चुकी है। इसका लाभ उत्तराखंड के भी 75 हजार से ज्यादा पूर्व सैनिकों के परिवारों को मिला है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह काम पहले की सरकारों द्वारा भी किया जा सकता था। लेकिन पहले की सरकारों ने इस डर से सीमा क्षेत्र का विकास नहीं किया कि कहीं दुश्मन इसका फायदा उठाकर अंदर न आ जाए। आज का नया भारत, पहले की सरकारों की इस डरी हुई सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने सीमावर्ती गांवों को अंतिम नहीं, बल्कि देश के पहले गांव के रूप में विकसित करना शुरू किया है। वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत ऐसे ही सीमावर्ती गांवों का विकास किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें केदारखंड के साथ-साथ मानसखंड को भी उस ऊंचाई तक ले जाना है। हम केदारखंड और मानसखंड की कनेक्टिविटी पर भी जोर दे रहे हैं। जो लोग केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम जाते हैं, वे जोगेश्वर धाम, आदि कैलाश और ओम पर्वत भी आसानी से आ सकें, यह प्रयास किया जा रहा है।

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