भड़केगी जंग? अमेरिका ने 2,000 सैनिकों को अलर्ट पर रखा

इजराइल को और भी सैन्य मदद भेज रहा अमेरिका

अमेरिका ने इजराइल की मदद के लिए मंगलवार को और भी सैन्य जहाज तथा सेना भेजी है

वॉशिंगटन/एपी। फलस्तीन के चरमपंथी समूह हमास द्वारा सात अक्टूबर को इजराइल पर हमला करने के कुछ घंटों के भीतर ही अमेरिका ने क्षेत्र में युद्धपोतों और विमान भेजना शुरू कर दिया दिया था, ताकि हमास के हर हमले का पलटवार करने के लिए इजराइल की मदद के लिए तैयार रहा जा सके।

अमेरिका ने इजराइल की मदद के लिए मंगलवार को और भी सैन्य जहाज तथा सेना भेजी है। इसके अलावा अमेरिका में अन्य सैनिकों को तैयार रखा गया, जो जरूरत पड़ने पर मदद के लिए तैयार रहेंगे।

एक अमेरिकी विमानवाहक पोत और उसका प्रहार करने वाला दल पहले से ही पूर्वी भूमध्य सागर में तैनात है और दूसरा दल अमेरिका से क्षेत्र की ओर भेजा जा चुका है। इसके अलावा, तीन समुद्री युद्धपोत भी भेजे जा चुके हैं। मध्य पूर्व के आसपास अमेरिकी सैन्य अड्डों पर बीसियों विमान भेजे जा चुके हैं और अमेरिकी का एक विशेष दल योजना तैयार करने और खुफिया जानकारी जुटाने में इजराइली सेना की मदद की कर रहा है।

अमेरिका की ओर से मंगलवार तक हथियारों की पांच बड़ी खेप इजराइल भेजी जा चुकी है।

इस मुद्दे पर अमेरिका की बढ़ती चिंता दर्शाती है कि हमास और इजराइल के बीच चल रहा युद्ध आने वाले दिनों में और भी घातक हो सकता है।

अमेरिका द्वारा बड़ी संख्या में जहाजों और विमानों को तैनात करने की एक वजह यह भी है कि हमास का समर्थन करने वाले हिजबुल्लाह, ईरान या अन्य को मौके का फायदा उठाने से रोक सके।

नौसेना के जहाज और विमान: अमेरिकी जहाज (यूएसएस) गेराल्ड आर फोर्ड विमानवाहन पोत के प्रहार दल को हमले के कुछ घंटों के भीतर पूर्वी भूमध्य सागर की ओर से भेज दिया गया था। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने मंगलवार को बताया कि जहाज की छह महीने की तैनाती को बढ़ा दिया गया और उन्हें कब वापस बुलाया जाएगा इस बारे में कोई तारीख नहीं बतायी है।

रक्षा मंत्री लॉयड आस्टिन ने हाल में दिए गए आदेश में यूएसएस ड्वाइट डी आइजनहॉवर विमानवाहक प्रहार समूह को पूर्व भूमध्य सागर में फोर्ड का सहयोग देने का आदेश दिया है। पोतों का यह बेड़ा अभी अटलांटिक महासागर में आगे बढ़ रहा है।

पेंटागन ने यह भी बताया था कि वह यूएसएस बाटन जल और थल में चलने वाले पोत को भी इस क्षेत्र में भेज रहा है। इसके बेड़े में तीन पोत है, जो 26वीं मैरीन एक्सपीडिशिनरी यूनिट के हजारों नौसैनिकों को ले जा रहे हैं।

एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि सैन्य सामग्री के परिवहन में इस्तेमाल होने वाला यूएसएस मेसा वर्डे को भूमध्य सागर में, हमले के लिए काम आने वाला बाटन तथा जहाजों को उतारने के लिए काम आने वाला यूएसएस कार्टर हॉल खाड़ी क्षेत्र तथा लाल सागर की ओर से भेजे जा चुके हैं। हालांकि, जहाज किस जगह तैनात हैं, उन्होंने इसकी जानकारी साझा नहीं की।

इन पोतों में हथियार और प्रहार यान भेजे जा रहे हैं जो अशांत क्षेत्रों में मैरीन को उतार सकते हैं अथवा चिकित्सा या अन्य आवश्यकताओं को उपलब्ध करा सकते हैं।

हथियार और विशेष अभियान बल: अमेरिकी हथियारों से लदे विमान इजराइल पहुंचने लगे हैं। गाजा के पूर्व में हवाई अड्डे पर शुक्रवार को एक सी-17 विमान को उतारा गया। पेंटागन ने मंगलवार को कहा कि हथियारों से ऐसी पांच खेप पहले ही पहुंचाई जा चुकी है। और भी पहुंचाई जा सकती है।

अमेरिकी रक्षा अधिकारियों का कहना है कि प्रशासन पहले ही इजराइल को छोटे बम, अन्य युद्ध सामग्री और मिसाइलें उपलब्ध करवा चुका है।

अमेरिका ने विशेष बलों का एक प्रकोष्ठ भी स्थापित कर दिया है जो कि बंधकों को वापस लाने के लिए योजना बनाने और इजराइल की सेना को खुफिया जानकारी देने में मदद कर रहा है। पेंटागन ने कहा है कि उनके सैनिक बंधकों बचाने के लिए चलाये जा रहे किसी भी अभियान का हिस्सा नहीं हैं और इजराइल में कोई अन्य अमेरिकी सैन्य बल नहीं है।

वायु सेना: पेंटागन ने वायुसेना के अतिरिक्त दस्ते ए-10, एफ-15 और एफ-16 पूरे मध्य पूर्व के अड्डों पर भेज दिये हैं। जरूरत पड़ने पर और भी दस्ते भेजे जाएंगे।

आस्टिन ने आदेश दिया है कि आने वाले दिनों या हफ्तों में जरूरत पड़ने पर दो हजार अमेरिकी सैनिकों को तैयार रहने का आदेश दिया है। पेंटागन की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि इन सैनिकों की यूनिट की अभी तक पहचान नहीं की गई है। ये सैनिक खुफिया जानकारी जुटाने और निगरानी करने, परिवहन तथा चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने में सक्षम हैं।

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