मैसूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक का मैसूरु शहर मंगलवार को विजयादशमी के अवसर पर शानदार जुलूस के लिए पूरी तरह तैयार है, जो 10 दिवसीय विश्व प्रसिद्ध 'मैसूरु दशहरा' समारोह के भव्य समापन का भी प्रतीक होगा।
यह उत्सव 15 अक्टूबर को चामुंडी हिल्स पर शुरू हुआ था।
‘नाडा हब्बा’ (राज्य त्योहार) के रूप में मनाया जाने वाला दशहरा या ‘शरण नवरात्रि’ उत्सव इस साल एक भव्य आयोजन रहा, जिसमें कर्नाटक की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं के अलावा राजशाही के दौर को भी दर्शाया गया।
दशहरे पर ‘जंबू सवारी’ को देखने के लिए हजारों की भीड़ के उमड़ने की उम्मीद है, जो ‘अभिमन्यु’ के नेतृत्व में एक दर्जन हाथियों का मार्च है। ‘अभिमन्यु’ मैसूरु राजघराने की प्रमुख देवी ‘चामुंडेश्वरी’ की मूर्ति को लेकर जाएगा।
भव्य शोभायात्रा दोपहर 1.45 बजे से 2.08 बजे के बीच शुभ ‘मकर लग्न’ पर अंबा विलास महल परिसर से मुख्यमंत्री सिद्दरामैया द्वारा ‘नंदी ध्वज’ की पूजा के साथ शुरू होगी।
शोभायात्रा में कई कलाकार या सांस्कृतिक समूहों के साथ विभिन्न जिलों की झांकियां शामिल होंगी, जो अपनी क्षेत्रीय संस्कृति और विरासत को दर्शाती हैं। यह शोभायात्रा बन्नीमंतपा में संपन्न होने से पहले लगभग पांच किमी की दूरी तय करेगी।