नई दिल्ली/ढाका/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना ने बुधवार को संयुक्त रूप से भारत-बांग्लादेश के बीच रेल तथा बिजली क्षेत्र की परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि हम एक बार फिर भारत-बांग्लादेश सहयोग की सफलता को सेलिब्रेट करने के लिए एकसाथ जुड़े हैं। हमारे संबंध निरंतर नई ऊंचाइयां छू रहे हैं। पिछले नौ वर्षों में हमने मिलकर जितना काम किया है, इतना काम कई दशकों में भी नहीं हुआ था।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने सीमा पर शांति, सुरक्षा और स्थिरता की बहाली के लिए दशकों से लंबित भूमि सीमा समझौता किया और समुद्री सीमा को भी सुलझाया। दोनों देशों के लोगों की साझा अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमने इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी के विकास पर विशेष बल दिया। पिछले नौ वर्षों में तीन नई बस सेवाएं शुरू की गई हैं। इससे ढाका-अगरतला-शिलांग-गुवाहाटी और कोलकाता को आपस में जोड़ा गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी कनेक्टिविटी पहल ने कोविड महामारी के दौरान लाइफलाइन का काम किया। ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने 4 हजार टन से ज्यादा तरल चिकित्सा ऑक्सीजन भारत से बांग्लादेश पहुंचाई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने सबका साथ-सबका विकास की हमारी अप्रोच को बांग्लादेश जैसे अपने निकटतम पड़ोसी मित्र के लिए भी प्रासंगिक माना है। बांग्लादेश का सबसे बड़ा विकास भागीदार होने पर हम गौरवान्वित महसूस करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जिन तीन प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया गया है, इनका निर्णय भी हमने ही लिया था और इन्हें लोगों को समर्पित करने का सौभाग्य भी हमें ही मिला है।