हासन/भाषा। जनता दल (सेक्यूलर), कर्नाटक के अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने बुधवार को पार्टी के विधायकों पर भरोसा जताया और कहा कि उनमें से कोई भी कांग्रेस में नहीं जाएगा, जैसा कि राज्य में सत्तारूढ़ दल ने दावा किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर ‘ऑपरेशन लोटस’ चलाने का आरोप लगाने वाले राज्य के सत्तारूढ़ दल पर उसे ‘दोहराने’ को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्दरामैया और उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार सहित कांग्रेस के नेता भाजपा और जद (एस) विधायकों और नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने के बारे में खुलेआम दावे कर रहे हैं।
जद (एस) नेतृत्व ने एकता का संदेश देने के लिए कल इस जिला मुख्यालय शहर में अपने विधायकों और पार्टी नेताओं की एक बैठक बुलाई। यह बैठक उन खबरों के बीच हुई कि उसके कई विधायक कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे।
सभी विधायक यहां के प्रसिद्ध हसनांबा मंदिर भी गए और पूजा-अर्चना की।
कुमारस्वामी ने कहा, कल की बैठक में 19 विधायकों में से 18 विधायक शामिल हुए हैं। 19वें विधायक - जो नहीं आए हैं - शरणगौड़ा कंदाकुर (गुरमिटकल विधायक) हमारे घर के बेटे की तरह हैं। वे थोड़ा असमंजस में हैं। चीजें ठीक हो जाएंगी, यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है।
उन्होंने कहा, पार्टी में ऐसा कोई नहीं है जो असंतुष्ट हो और 'कांग्रेस सरकार के प्रलोभनों का शिकार होकर' पार्टी छोड़ना चाहता हो। उन्होंने कहा, (जेडीएस विधायकों के) निर्वाचन क्षेत्रों में विकास का समर्थन न करने वाली इस सरकार की नफरत की राजनीति के बावजूद, हमारा कोई भी विधायक कांग्रेस के दबाव में पार्टी नहीं छोड़ेगा।'
भारतीय जनता पार्टी के साथ जद (एस) के गठबंधन से नाखुश कंदाकुर ने हालांकि बेंगलूरु में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह पार्टी की बैठक में शामिल नहीं हुए क्योंकि उन्हें बेंगलूरु में एक 'समिति की बैठक' में भाग लेना था। उन्होंने कहा कि उन्होंने भाग लेने में असमर्थता के बारे में पार्टी को 'सूचित नहीं' किया था।