'नशामुक्ति एक महत्त्वपूर्ण व्रत है'

नशे के खिलाफ अणुविभा का व्यापक अभियान, मुंबई में हुआ सम्मेलन

आचार्य महाश्रमणजी ने एनसीसी के 520 बच्चों, 100 शिक्षकों और 1,000 अन्य लोगों को ड्रग्स से आजीवन दूर रहने का संकल्प दिलाया

मुंबई/दक्षिण भारत। संयुक्त राष्ट्र संघ के सस्टेनिबिलिटी डवलपमेंट गोल से सम्बद्ध अंतरराष्ट्रीय संस्था अणुव्रत विश्व भारती सोसाइटी के तत्वावधान में संचालित नशामुक्ति अभियान के अंतर्गत 4 नवंबर को नंदनवन घोड़बंदर रोड क्षेत्र में नशामुक्ति सम्मेलन हुआ। आचार्य महाश्रमणजी के सान्निध्य में हुए इस सम्मेलन में महाराष्ट्र सरकार के संस्कृति मंत्री सुधीर मुंगंटीवर, पुलिस आयुक्त मधुकर पांडे, एसके सिंह, कर्नल आशीष कुमार, सचिन जैन, एसवी खादिलकर, श्रीरंग बिचु, सीसी डांगी, सुमति गोठी समेत देशभर के बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।

अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर ने बताया कि छोटे-छोटे व्रतों पर आधारित अणुव्रत की आचार संहिता में नशामुक्ति एक महत्त्वपूर्ण व्रत है। इसके अंतर्गत व्यक्ति आजीवन नशामुक्त रहने का व्रत लेता है।

देशभर में लगभग 200 केन्द्रों के जरिए कार्यकर्ता जन-जन में नशामुक्ति के लिए जागरूकता का रचनात्मक प्रयास कर रहे हैं। आचार्य महाश्रमणजी के प्रवास के अवसर पर मुंबई में ‘एलीवेट- एक्सपीरियंस द रियल हाई’ नाम से नशामुक्ति का सघन अभियान चलाया जा रहा है।

मुनि अभिजीत कुमार के मार्गदर्शन में अनेक प्रशिक्षकों ने लगभग 50 विद्यालयों में कार्यशालाओं का आयोजन कर 10 हज़ार से ज्यादा विद्यार्थियों को नशामुक्ति का संकल्प दिलाया है।

आचार्य महाश्रमणजी ने एनसीसी के 520 बच्चों, 100 शिक्षकों और 1,000 अन्य लोगों को ड्रग्स से आजीवन दूर रहने का संकल्प दिलाया। संयोजक अशोक कुमार कोठारी एवं डॉ. गौतम भंसाली ने बताया कि इस अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।

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