चेन्नई/दक्षिण भारत। हिंदी माध्यम से बहुविषयी अद्यतन ज्ञान निःशुल्क हासिल करने का अनोखा अवसर आया है। इसके तहत जब चाहें, जहां चाहें, कुछ समय बिताकर ऑनलाइन निःशुल्क पाठ्यक्रम में शामिल होकर लाभान्वित हो सकते हैं।
बताया गया कि भारत सरकार के 'स्वयं' पोर्टल के माध्यम से यह निःशुल्क ऑनलाइन पाठ्यक्रम उपलब्ध है। कंप्यूटर की भाषिक क्षमता के विकास की प्रक्रिया को 'प्राकृतिक भाषा संसाधन' के रूप में माना जाता है। विभिन्न भाषाओं के लिए भाषा प्रौद्योगिकी के विकास के लिए कुशल जनबल की ज़रूरत होती है, जो उन भाषाओं में प्रवीण होने के साथ-साथ भाषा प्रौद्योगिकी के मूलभूत सिद्धांतों, कंप्यूटरीय भाषा विज्ञान, प्राकृतिक भाषा संसाधन की तमाम प्रक्रियाओं, उद्देश्यों, लक्ष्यों से परिचित हो। प्राकृतिक भाषा संसाधन के कार्यों का ज्ञान होने से वे अपनी भूमिका भलीभांति निभा सकते हैं। ऐसे कुशल जनबल को तैयार करने के लिए 'भाषा-प्रौद्योगिकी का परिचय' नामक पाठ्यक्रम विकसित किया गया है।
इसमें केवल सैद्धांतिक बातों तक सीमित न होकर, ठोस उत्पादों, सुविधाओं की भी चर्चा शामिल है। इससे औसत विद्यार्थी भी इस विषय की ओर आकर्षित हो सकता है। भाषा-प्रौद्योगिकी संबंधी चेतना और कुशलताओं को विकसित करने के लिए उत्सुक विद्यार्थी इस पाठ्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।