नई दिल्ली/भाषा। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने ‘पैसे के बदले प्रश्न पूछने’ से जुड़े मामले में लोकसभा की आचार समिति द्वारा उन्हें निष्कासित करने की सिफारिश किए जाने के एक दिन बाद, शुक्रवार को कहा कि वे साल 2024 के चुनावों में बड़े जनादेश के साथ वापस आएंगी।
सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में महुआ ने कहा, ‘संसदीय इतिहास में उस आचार समिति द्वारा अनैतिक रूप से निष्कासित की जाने वाली पहली व्यक्ति बनने पर गर्व है, जिसके अधिकार क्षेत्र में निष्कासन शामिल ही नहीं है। पहले निष्कासित करें और फिर सरकार से कहें कि वह सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) को सबूत ढूंढ़ने का निर्देश दे। अपनी मनमर्जी की कंगारू कोर्ट, शुरू से अंत तक बंदरबांट।’
टीएमसी सांसद ने कहा, ‘वे कहते हैं कि संकट के अच्छे मौके को कभी बर्बाद मत करो ... इससे मुझे 2024 में अपनी जीत का अंतर दोगुना करने में मदद मिलेगी।’
लोकसभा की आचार समिति ने बृहस्पतिवार को महुआ के निष्कासन की सिफारिश की। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता में समिति ने यहां बैठक की और अपनी 479 पन्नों की रिपोर्ट को अपनाया, जिसमें सूत्रों के अनुसार, महुआ के निष्कासन की सिफारिश की गई है। यह संभवतः समिति द्वारा किसी सांसद के खिलाफ इस तरह की पहली कार्रवाई है।