झाबुआ/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के झाबुआ में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं पूरे मप्र में देख रहा हूं और साफ नजर आ रहा है कि जनता जनार्दन की गारंटी है, कमल खिलने वाला है। कांग्रेस इस चुनाव में कहीं टक्कर में ही नहीं नजर नहीं आ रही है। इसलिए कांग्रेस मध्य प्रदेश में बहुत बड़ी शर्मनाक हार की तरफ बढ़ रही है। 17 नवंबर को मध्य प्रदेश के लोग विकास को चुनेंगे, भाजपा को चुनेंगे। कांग्रेस के पंजे को मिलेगी करारी हार, मप्र चुनेगा भाजपा बार-बार।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आदिवासी समाज को केवल वोटबैंक के रूप में देखा है। जबकि डबल इंजन सरकार ने हर प्रकार से आदिवासी समाज का जीवन बदलने के लिए निरंतर काम किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक कांग्रेस सत्ता में थी, तब तक आदिवासी क्षेत्रों से, पिछड़े क्षेत्रों से केवल भुखमरी की खबरें आती थीं, कुपोषित बच्चों की तस्वीरें आती थीं। कांग्रेस के नेता गरीबों की झोपड़ी में जाकर फोटो खिंचवाते थे, उनकी गरीबी व बेहाली दिखाते थे और एक बार उनकी तस्वीर चमक गई तो गरीबों को भूल जाते थे। यह ड्रामा नाना ने भी किया, दादी ने भी किया और पिता ने भी किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन बच्चों को कांग्रेस के राज में सही पोषण नसीब नहीं था, वे बच्चे कांग्रेस नेताओं की तस्वीरें सजाने के काम आते थे। इस तरह की मानसिकता रखने वाली कांग्रेस क्या कभी गरीब का, आदिवासी का भला कर सकती थी? इसी सोच के साथ हमारे आदिवासी भाई-बहन दशकों तक हाशिए पर थे। गरीब आदिवासियों के साथ हो रहा यह अन्याय अगर जारी रहता तो भारत कभी आगे नहीं बढ़ सकता था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ने वंचितों को वरीयता दी। जो समाज के आखिरी छोर पर छूटे हुए थे, हमने उन्हें सर्वोच्च प्राथमिकता दी। जिन्हें कभी किसी ने नहीं पूछा था ... उन्हें मोदी ने पूछा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबों को मुफ्त राशन देने वाली 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना' दिसंबर में खत्म हो रही थी, लेकिन मैंने संकल्प लिया है कि इसे आने वाले 5 साल के लिए और जारी रखा जाएगा, ताकि आपके घर का चूल्हा जलता रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने दशकों तक केंद्र में सरकारें चलाईं हैं, लेकिन वह न तो सिंचाई की पर्याप्त योजना बना पाई और न ही पीने का पानी सुलभ करा पाई। यहां भाजपा सरकार ने मां नर्मदा का पानी अनेक क्षेत्रों में पहुंचाया है। नर्मदा झाबुआ, पेटलावद, थांदला, सरदारपुर, सूक्ष्म सिंचाई परियोजना पर तेज़ गति से काम चल रहा है।