तेलंगाना के लोग केसीआर की तुष्टीकरण नीति से थक चुके हैं: अमित शाह

अमित शाह ने शनिवार को तेलंगाना के हैदराबाद में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया

शाह ने कहा कि सत्ता में आने पर हम तेलंगाना में धर्म आधारित आरक्षण की व्यवस्था खत्म कर देंगे

हैदराबाद/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को तेलंगाना के हैदराबाद में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं तेलंगाना के लोगों से सही विकल्प के साथ जाने की अपील करता हूं। आपका वोट न केवल तेलंगाना की सरकार तय करेगा, बल्कि तेलंगाना और भारत का भविष्य भी तय करेगा। 

शाह ने कहा कि मुझे विश्वास है कि तेलंगाना के जागरूक मतदाता अपना वोट डालने से पहले हर चीज़ का ठीक से विश्लेषण करेंगे और हर चीज़ की पृष्ठभूमि को ध्यान में रखेंगे। इसके बाद उनकी पसंद निश्चित रूप से 'कमल' होगी, निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी होगी।

शाह ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में बीआरएस का एकमात्र उद्यम भ्रष्टाचार रहा है। पासपोर्ट घोटाला, शराब घोटाला, मियापुर भूमि घोटाला, कालेश्वरम परियोजना घोटाला और भी बहुत कुछ ... सूची का अंत नहीं है। तेलंगाना के लोग जान चुके हैं कि बीआरएस ने राज्य में घोटालों और भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं किया है।

शाह ने कहा कि सत्ता में आने पर हम तेलंगाना में धर्म आधारित आरक्षण की व्यवस्था खत्म कर देंगे। हम मुस्लिम्स लिए 4 प्रतिशत आरक्षण को खत्म कर देंगे और इसके बजाय पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए इसे सुनिश्चित करेंगे। हम सिस्टम को ठीक करेंगे, क्योंकि तेलंगाना के लोग केसीआर की तुष्टीकरण नीति से थक चुके हैं। मोदी का ध्यान तेलंगाना राज्य को मजबूत और सशक्त बनाने पर रहा है।

शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 2004-14 के दौरान 'संयुक्त आंध्र प्रदेश' के लिए हस्तांतरण और अनुदान सहायता के रूप में केवल 2 लाख करोड़ रुपए जारी किए, जबकि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने केवल नौ वर्षों में 2 लाख 50 हजार करोड़ रुपए जारी किए, जो तेलंगाना के लिए पहले की तुलना में लगभग 3.5 गुना अधिक है।

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