नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ‘प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र’ के साथ ही देश में जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने की परियोजना की शुरुआत की।
इस अवसर पर उन्होंने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से संवाद के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान झारखंड के देवघर में 10,000वें जन औषधि केंद्र को जनता के लिए समर्पित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अच्छी दवाई और सस्ती दवाई, यह बहुत बड़ी सेवा है। जितने लोग मुझे सुन रहे हैं, उनसे मेरा आग्रह है कि जन औषधि केंद्र के बारे में लोगों को बताइए। दवाइयों पर जो खर्च पहले 12-13 हजार का होता था, वह जनऔषधि केंद्र की वजह से सिर्फ दो-तीन हजार हो रहा है यानी 10 हजार रुपए आपकी जेब में बच रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब ड्रोन चलाने के लिए प्रशिक्षण देने की शुरुआत की गई तो इस योजना को लेकर बहुत से लोगों ने संदेह जताए थे। रमन अम्माजी जैसी महिलाओं ने साबित कर दिया कि ड्रोन कृषि में तकनीक के दायरे से आगे बढ़कर महिला सशक्तीकरण का भी एक प्रतीक बनकर उभरेगा। आप सभी पूरे देश के लिए एक प्रेरणा हैं। विकसित भारत की इस संकल्प यात्रा में आप जैसी महिलाओं की भागीदारी बहुत ही अहम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं जो यह संकल्प यात्रा लेकर निकला हूं, इसके पीछे मेरा मकसद यही है कि जिनको सरकार की योजनाओं का लाभ मिला है, उनके अनुभव जानना है और जिनको नहीं मिला, उन्हें 5 साल में उन योजनाओं का लाभ देना है। इसलिए देश के हर गांव में 'मोदी के विकास की गारंटी' की गाड़ी पहुंचने वाली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' के 15 दिन पूरे हो रहे हैं। हमने इस गाड़ी का नाम रखा था 'विकास रथ', लेकिन इन 15 दिनों में लोगों ने इसका नाम बदल कर 'मोदी की गारंटी वाली गाड़ी' रख दिया है। मुझे यह जानकर अच्छा लगा कि आपको मोदी पर इतना विश्वास है। मैं भी आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपको दी हुईं सभी गारंटियों को पूरा करूंगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह से लोग 'विकसित भारत रथों' का स्वागत कर रहे हैं, रथ के साथ चल रहे हैं। जिस तरह युवा और समाज के हर वर्ग के लोग विकसित भारत यात्रा से जुड़ रहे हैं। वे प्रेरित करने वाले हैं। सभी लोग अपने गांव की कहानी सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे हैं। लेकिन आप लोग इन कहानियों को नमो ऐप पर जरूर अपलोड करें, क्योंकि मैं उस ऐप पर इन गतिविधियों को प्रतिदिन देखता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लोगों ने वह दौर भी देखा है, जब पहले की सरकारें खुद को जनता का माई-बाप समझती थीं। इस कारण आजादी के अनेक दशकों बाद तक देश की बहुत बड़ी आबादी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि निराशा की स्थिति को हमारी सरकार ने बदला है। आज देश में जो सरकार है, वह जनता-जनार्दन को ईश्वर का रूप मानने वाली सरकार है। हम सत्ता भाव से नहीं, सेवा भाव से काम करने वाले हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत का संकल्प 4 अमृत स्तंभों पर टिका है। ये अमृत स्तंभ हैं - हमारी नारीशक्ति, हमारी युवा शक्ति, हमारे किसान और हमारे गरीब परिवार।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है- गरीब। मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है- युवा। मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है- महिलाएं। मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है- किसान। इन चार जातियों का उत्थान ही भारत को विकसित बनाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने लाल किले से देश की ग्रामीण बहनों को 'ड्रोन दीदी' बनाने की घोषणा की थी। और मैंने देखा कि इतने कम समय में गांव की हजारों बहनों ने ड्रोन चलाना सीख लिया है। मेरे लिए तो ये ड्रोन दीदी को नमन करने का कार्यक्रम है। इसलिए मैं इस कार्यक्रम को नाम देता हूं 'नमो ड्रोन दीदी'।