बाढ़: चेन्नई, उपनगरों के कुछ हिस्सों में स्थिति गंभीर

विपक्ष ने राहत कार्य की गति को लेकर सत्तारूढ़ द्रमुक पर निशाना साधा

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चेन्नई के पास अनाकापुथुर इलाके का दौरा किया

चेन्नई/भाषा। चक्रवात ‘मिगजॉम’ के कारण मूसलाधार बारिश होने के कुछ दिनों बाद बृहस्पतिवार को चेन्नई के कुछ हिस्सों और आसपास के जिलों के उपनगरों में पानी भर गया, जिससे महानगर और इसके आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

चक्रवात ‘मिगजॉम’ मंगलवार को आंध्र प्रदेश में तट को पार कर गया और चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपेट को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। चक्रवात के प्रभाव से चार दिसंबर को उक्त चार जिलों में भारी बारिश हुई।

सरकार ने कहा कि राहत गतिविधियां तेज कर दी गई हैं और चेन्नई में विभिन्न स्थानों पर जमा पानी को बाहर निकालने के प्रयास जारी हैं।

वेलाचेरी और पश्चिम तांबरम के कुछ हिस्सों में बृहस्पतिवार को भी जलभराव हो गया, यहां पल्लीकरनई क्षेत्र में खाद्यान्न के पैकेट हवाई जहाज से गिराए गए।

उत्तरी चेन्नई का मनाली गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में से एक था। अधिकारियों ने कहा कि मनाली में लगभग 15,000 लोगों के लिए पीने का पानी, 12,000 लीटर दूध, दूध पाउडर, चादर और खाद्य सामग्री भेजी गयी है। निवासियों ने कई इलाकों में दूध की बढ़ी कीमतों की शिकायत की।

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चेन्नई के पास अनाकापुथुर इलाके का दौरा किया और वहां जारी राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने प्रभावित लोगों को भोजन भी वितरित किया।

विपक्ष ने राहत कार्य की गति को लेकर सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर निशाना साधा।

अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) महासचिव और विपक्ष के नेता एडाप्पडी के. पलानीस्वामी ने दावा किया कि नगर निगम के तहत 35,000 प्रमुख सड़कों में से 20,000 अब भी जलमग्न हैं।

About The Author: News Desk