एएफटीसी, बेंगलूरु में तकनीकी अधिकारियों की स्नातक परेड हुई

कौशल को लगातार उन्नत करते हुए तकनीक के साथ तालमेल बैठाने के लिए प्रोत्साहित किया

फोटो: एएफटीसी में पीओपी के दौरान मार्च पास्ट करतीं महिला इंजीनियरिंग अधिकारी

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। वायुसेना तकनीकी कॉलेज में शुक्रवार को 211/22टी/परमानेंट कमीशन और शॉर्ट सर्विस कमीशन / 101वें वैमानिकी इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम अधिकारियों की औपचारिक पासिंग आउट परेड आयोजित की गई। इस अवसर पर 19 महिला अधिकारियों और मित्र देशों के 11 अधिकारियों सहित कुल 95 इंजीनियरिंग अधिकारी कॉलेज से अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण हुए।

परेड की समीक्षा एयर मार्शल आरजीके कपूर द्वारा की गई। परेड के दौरान डोर्नियर विमान के शानदार फ्लाईपास्ट और उसके बाद भारतीय वायुसेना की 'एयर डेविल्स' टीम के स्काईडाइविंग प्रदर्शन को दर्शकों ने खूब सराहा। 'एयर वॉरियर ड्रिल टीम' ने रोमांचक प्रदर्शन किया।

इसके बाद एओसी-इन-सी ने सभा को संबोधित किया और स्नातक अधिकारियों को बधाई दी। अपने संबोधन में, एयर मार्शल ने आईएएफ इन्वेंट्री की उच्च सेवाक्षमता सुनिश्चित करने के लिए इंजीनियरिंग अधिकारियों द्वारा की गई महत्त्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।

उन्होंने उत्तीर्ण होने वाले अधिकारियों से उच्च विश्वसनीयता और क्षमता पर ध्यान केंद्रित करके भविष्य की परिचालन, तकनीकी और रखरखाव चुनौतियों के प्रति सचेत रहने का आह्वान किया।

उन्होंने युवा इंजीनियरिंग अधिकारियों को कौशल को लगातार उन्नत करके तेजी से बदलती तकनीक के साथ तालमेल बैठाने के लिए प्रोत्साहित किया।

आरओ ने पाठ्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को ट्रॉफी और पदक से सम्मानित किया।

योग्यता क्रम में प्रथम स्थान के लिए प्रतिष्ठित 'स्वोर्ड ऑफ ऑनर' फ्लाइंग ऑफिसर तुषिका नाथ को दिया गया। वहीं, पेशेवर विषयों में सर्वश्रेष्ठ अधिकारी के लिए 'राष्ट्रपति पट्टिका' फ्लाइंग ऑफिसर शुभम सिंह को दी गई।

इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल स्ट्रीम में योग्यता के क्रम में प्रथम होने के लिए चीफ ऑफ एयर स्टाफ मेडल क्रमशः फ्लाइंग ऑफिसर विष्णु मोलकला राहित्य और फ्लाइंग ऑफिसर स्नेहा अजित भाईप को प्रदान किए गए।

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