बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने राम मंदिर आंदोलन से जुड़े 31 साल पुराने मामले में बुधवार को हुब्बली में एक कार्यकर्ता की गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दल के नेताओं को यह समझने की जरूरत है कि अपराधियों को जाति और धर्म का लेबल देना बेहद खतरनाक है।
उन्होंने उल्लेख किया कि जब राज्य में भाजपा सरकार सत्ता में थी, तब भी लोकायुक्त पुलिस ने तत्कालीन मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
सिद्दरामैया ने कहा, 'क्या हुब्बली के उस व्यक्ति को लेकर येडियुरप्पा से भी बड़ा हिंदू या रामभक्त होने में संदेह है? तो क्या उस समय की सरकार हिंदू विरोधी थी? भाजपा के मूल संगठन के नेताओं ने भी येडियुरप्पा को गिरफ्तार करने वाली सरकार को हिंदू विरोधी नहीं कहा था। अब यह हल्ला क्यों?
मुख्यमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस सरकार दिन-ब-दिन अधिक लोकप्रिय होती जा रही है। हताशा में भाजपा नेता एक आपराधिक संदिग्ध के आसपास एकजुट हो रहे हैं।'
सिद्दरामैया ने कहा कि ऐसी स्थिति नहीं आनी चाहिए थी, जहां एक राष्ट्रीय पार्टी को एक आपराधिक संदिग्ध का बचाव करना पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'यदि किसी भी भाजपा नेता में थोड़ी भी समझ है, तो उन्हें कृपया हुब्बली के इस व्यक्ति के खिलाफ आरोपों की सूची पढ़नी चाहिए और फिर तय करना चाहिए कि उसके लिए लड़ना है या नहीं। चूंकि जनसंख्या में हिंदू बहुसंख्यक हैं, इसलिए जेलों में भी वे बहुसंख्यक हैं। क्या इसका मतलब यह है कि भाजपा को उन सभी के लिए लड़ना चाहिए, क्योंकि वे हिंदू धर्म से हैं?'