बेंगलूरु/दक्षिण भारत। दक्षिण पश्चिम रेलवे के बेंगलूरु मंडल और प्रजापिता ब्रह्मा कुमारीज़ ईश्वरीय विवि की सहयोगी संस्था स्प्रिचुअल ऐप्लीकेशन रिसर्च विंग (एसपीएआरके) ने 3 जनवरी को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
मंडल रेल प्रबंधक योगेश मोहन के मार्गदर्शन में रेलवे द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसके तहत नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) के एक हिस्से के रूप में विभिन्न गतिविधियों को व्यवस्थित और संचालित किया जाएगा, जो सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है।
इस पहल के तहत नशामुक्ति प्रशिक्षण एवं कार्यक्रम, कर्मचारियों के परिवारों सहित छोटे समूहों के लिए प्रदर्शनियां, नशामुक्ति शिविर और परामर्श, राजयोग ध्यान प्रशिक्षण, रेलवे अस्पतालों में डॉक्टरों और नर्सों को जीवन प्रबंधन कौशल, जीवन जीने की कला पर प्रशिक्षण, रेलवे परिसर में विभिन्न स्थानों पर परिवर्धन चित्रों का प्रदर्शन किया जाएगा।
इन कार्यक्रमों से टिकट निरीक्षकों, वाणिज्यिक क्लर्कों, पूछताछ सह आरक्षण क्लर्कों, सुरक्षा कर्मियों, लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन प्रबंधक, प्रशिक्षुओं के संपर्क में आने वाले फ्रंटलाइन कर्मचारियों आदि को लाभ होगा।
अपर मंडल रेल प्रबंधक (प्रशासन) कुसुमा हरिप्रसाद की अध्यक्षता में निष्पादित एमओयू की अवधि तीन वर्ष की होगी।
दपरे के बेंगलूरु मंडल की ओर से सीनियर डिविजनल पर्सनल ऑफिसर उमा शर्मा और पीबीकेआईवीवी की ओर से चेयरपर्सन स्पार्क्स विंग बीके अंबिका ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।