नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 'पीएम-जनमन' के अंतर्गत पीएम आवास योजना- ग्रामीण के एक लाख लाभार्थियों को पहली किस्त के हस्तांतरण के अवसर पर संवाद कार्यक्रम किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इस समय देश में उत्सव का माहौल है। उत्तरायण, मकर संक्रांति, पोंगल, बिहू ... त्योहारों की उमंग चारों तरफ छाई हुई है। इस उत्साह को आज के आयोजन ने और शानदार और जानदार बना दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज एक ओर जब अयोध्या में दीपावली मनाई जा रही है, तो दूसरी ओर एक लाख अति पिछड़े मेरे जनजातीय भाई-बहनों के घर दीपावली मन रही है। यह अपनेआप में मेरे लिए बड़ी खुशी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिनके बैंक खाते में पक्के घर के लिए पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं, मैं इन सभी सपरिवारों को बधाई देता हूं, मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देता हूं। मुझे विश्वास है कि आप इस साल की दीपावली अपने घरों में जरूर मनाएंगे। पक्का कर लीजिए कि इस बार की दीपावली आपको अपने नए घर में मनानी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी कुछ दिन बाद, 22 जनवरी को रामलला भी अपने भव्य और दिव्य मंदिर में हमें दर्शन देंगे। मेरा सौभाग्य है कि मुझे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में बुलाया गया है। जब आपने मुझे इतना बड़ा दायित्व दिया है तो मैंने भी 11 दिन व्रत अनुष्ठान का एक संकल्प किया हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज की राज-कथा बिना गरीब, बिना वंचित, बिना वनवासी भाई-बहनों के कल्याण के संभव ही नहीं है। इसी सोच के साथ हम लगातार काम कर रहे हैं। हमने 10 साल गरीबों को समर्पित किए। गरीबों को 4 करोड़ से अधिक पक्के घर बनाकर दिए हैं। जिनको कभी किसी ने पूछा नहीं, उनको मोदी आज पूछता भी है और पूजता भी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाएं अति पिछड़े जनजातीय भाई-बहन तक पहुंचें, यही पीएम जनमन महा अभियान का उद्देश्य है। सरकार पूरी ताकत लगा रही है कि हमारे अति पिछड़े जनजातीय भाई-बहनों तक सरकार की हर योजना जल्द से जल्द पहुंचे। मेरा कोई अति पिछड़ा भाई-बहन अब सरकार की योजना के लाभ से छूटेगा नहीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी की गारंटी, यानी गारंटी पूरी होने की गारंटी। इसी कड़ी में आज आप सभी अति पिछड़े जनजातीय भाई-बहनों को पक्के मकान देने की शुरुआत हुई है। पहले सरकारी योजनाएं सिर्फ कागजों में चलती रहती थीं और असली लाभार्थियों को पता ही नहीं चलता था। जिनको पता चल भी जाता था, उनको कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। अब पीएम जनमन महा अभियान में हमारी सरकार ने ऐसे सभी नियम बदल दिए हैं, जिनसे आपको परेशानी होती हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे आदिवासी भाई-बहन भले ही दूर-दराज के इलाक़ों में रहते हों, लेकिन उनकी दूरदृष्टि कमाल की होती है। आज आदिवासी समाज देख और समझ रहा है कि कैसे हमारी सरकार जनजातीय संस्कृति और उसके सम्मान के लिए काम कर रही है।