श्रीराम मंदिर ‘अखंड भारत’ की ओर एक कदमः मप्र के मुख्यमंत्री

उन्होंने कहा- अगर ईश्वर ने चाहा तो अखंड भारत का विस्तार अफगानिस्तान तक होगा

Photo: @DrMohanYadav51 FB page

भोपाल/दक्षिण भारत। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण ‘अखंड भारत’ या अविभाजित भारत की दिशा में एक कदम है।

उन्होंने यहां एक सामूहिक हनुमान चालीसा जाप कार्यक्रम में कहा, अगर ईश्वर ने चाहा तो अखंड भारत का विस्तार अफगानिस्तान तक होगा।

बैरागढ़ इलाके में यह कार्यक्रम 22 जनवरी को अयोध्या में मंदिर के अभिषेक से पहले आयोजित किया गया था।

यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान की इच्छा है कि श्रीराम के मंदिर का निर्माण निश्चित रूप से अखंड भारत की दिशा में एक बड़ा कदम हो।

उन्होंने कहा कि यह देश के नागरिकों के लिए सौभाग्य की बात है कि 1990-1992 तक 30-32 वर्षों के संघर्ष के बाद मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कई पीढ़ियों ने लगभग 500 वर्षों तक मंदिर के लिए संघर्ष किया।

उन्होंने कहा, सम्राट विक्रमादित्य द्वारा इस स्थान पर बनाया गया भगवान श्रीराम का पहला मंदिर दुश्मनों की आंखों में कांटा था, और जब भारत बुरे समय से गुजर रहा था, तो अत्याचारियों ने इसे नष्ट कर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा, इसी तरह, भारत ने सिंध खो दिया, पंजाब विभाजित हो गया और 1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान का निर्माण हुआ।

यादव ने कहा, ईश्वर ने चाहा तो अखंड भारत फिर बनेगा, आज नहीं तो कल; न केवल सिंध या पंजाब तक, बल्कि अफगानिस्तान तक भी। हम सभी की इच्छा है कि ननकाना साहिब के दर्शन कर सकें। 

बता दें कि ननकाना साहिब सिक्खों के सबसे महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है।

मध्य प्रदेश सरकार ने पहले ही 22 जनवरी को सरकारी कार्यालयों में आधे दिन और राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी है।

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