नई दिल्ली/दक्षिण भारत। 75वें गणतंत्र दिवस की परेड शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सलामी लेने के साथ कर्तव्य पथ पर शुरू हुई।
परेड कमांडर और जनरल ऑफिसर कमांडिंग, दिल्ली क्षेत्र, लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार ने परेड का नेतृत्व किया। उनके बाद परेड सेकेंड-इन-कमांड और चीफ ऑफ स्टाफ मुख्यालय, दिल्ली क्षेत्र, मेजर जनरल सुमित मेहता ने परेड का नेतृत्व किया।
वहीं, भारतीय सेना की घुड़सवार रेजिमेंट ने कर्तव्य पथ पर परेड में टुकड़ी का नेतृत्व किया। उसके बाद मशीनीकृत टुकड़ियां आगे बढ़ीं।
सेना की 61वीं घुड़सवार सेना की टुकड़ी का नेतृत्व मेजर यशदीप अहलावत ने किया। साल 1953 में स्थापित, यह दुनिया में एकमात्र सेवारत घुड़सवार रेजिमेंट है, जिसमें सभी राज्य घुड़सवार इकाइयों का एक संयोजन है।
घुड़सवार टुकड़ी के पीछे मुख्य युद्धक टैंक टी-90 भीष्म, एनएजी मिसाइल प्रणाली, डीआरडीओ द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया एक टैंक विध्वंसक, और पैदल सेना की टुकड़ियां थीं।