मुंबई/दक्षिण भारत। मॉडल पूनम पांडे की मौत की ख़बर 'पब्लिसिटी स्टंट' ही साबित हुई। वे ज़िंदा हैं और बिल्कुल स्वस्थ हैं। शुक्रवार को खबर आई थी कि पूनम को सर्वाइकल कैंसर हुआ था जिसके बाद उनका देहांत हो गया। अब उनके आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर जानकारी दी गई है कि वे ज़िंदा और सही-सलामत हैं।
यही नहीं, इंस्टाग्राम पर एक वीडियो में पूनम यह कहती नजर आती हैं कि 'मैं ज़िंदा हूं ... सर्वाइकल कैंसर की वजह से मेरी मौत नहीं हुई है।'
पूनम ने कहा, 'मैं आप सभी के साथ कुछ महत्त्वपूर्ण बात साझा करने के लिए बाध्य महसूस कर रही हूं - मैं यहां हूं, जीवित हूं। सर्वाइकल कैंसर ने मेरी जान नहीं ली है, लेकिन दुखद यह है कि इसने उन हजारों महिलाओं की जान ले ली है, जिन्हें इस बीमारी से उपचार के बारे में नहीं पता था।'
उन्होंने कहा, 'कुछ अन्य कैंसरों के विपरीत, सर्वाइकल कैंसर पूरी तरह से रोकथाम योग्य है। मुख्य बात एचपीवी वैक्सीन और शीघ्र पता लगाने वाले परीक्षणों में निहित है। हमारे पास यह सुनिश्चित करने के साधन हैं कि इस बीमारी से किसी की जान न जाए।'
पूनम ने कहा, 'आइए आलोचनात्मक जागरूकता के साथ एक-दूसरे को सशक्त बनाएं और सुनिश्चित करें कि हर महिला को (इस बीमारी से बचने के लिए) उठाए जाने वाले कदमों के बारे में जानकारी हो। आइए, मिलकर इस बीमारी के विनाशकारी प्रभाव को ख़त्म करने और सर्वाइकल कैंसर को ख़त्म करने का प्रयास करें।'
बता दें कि शुक्रवार को जब पूनम के देहांत की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो उनके प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई थी। उन्हें बड़ी संख्या में लोगों ने ऑनलाइन श्रद्धांजलि दी थी। हालांकि कुछ लोगों ने इस पर संदेह भी जताया था। चूंकि दो दिन पुराने एक वीडियो में पूनम बिल्कुल स्वस्थ नजर आ रही थीं। इस बीच कुछ चिकित्सा विशेषज्ञों ने भी उनकी इतनी जल्दी मौत पर संदेह जताया था।
पूनम ने इस संपूर्ण घटनाक्रम को सर्वाइकल कैंसर से बचाव को लेकर जागरूकता पैदा करने से जोड़ा है। हालांकि सोशल मीडिया पर काफी लोगों ने मौत की झूठी खबर देने की आलोचना की है।
गौरतलब है कि एक फरवरी को संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए टीकाकरण का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने कहा था कि सरकार माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विभिन्न योजनाओं में तालमेल स्थापित करेगी। सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9 से 14 साल की उम्र की लड़कियों के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।