बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने गुरुवार को विधान सौधा के सामने शिकायत निवारण कार्यक्रम ‘जनस्पंदन’ आयोजित किया, जिसमें त्वरित समाधान के वादे के साथ लोगों से उनकी चिंताओं और मुद्दों का समाधान करने के लिए सीधे संपर्क किया गया।
मुख्यमंत्री ने पिछले साल 27 नवंबर को अपने गृह कार्यालय ‘कृष्णा’ में इसी तरह का आयोजन किया था।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राज्य के विभिन्न हिस्सों से आए लोगों से प्राप्त आवेदनों का तीन महीने के भीतर निपटान करने का निर्देश दिया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने विशेषकर दिव्यांग लोगों, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं वाले लोगों, बुजुर्गों और महिलाओं से बात कर अधिकारियों को निर्देश देते देखा गया।
उन्होंने लोगों से आवेदन प्राप्त किए, उन्हें जल्द से जल्द उचित प्रतिक्रिया देने का आश्वासन दिया, साथ ही संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, पिछली रात से ही दूर-दूर से लोग विधान सौधा में आना शुरू हो गए थे।
आवेदन पंजीकरण प्रक्रिया निर्धारित समय से पहले, सुबह 8.30 बजे शुरू हुई और काउंटर पर उम्मीद से अधिक लोगों के आने का एहसास करते हुए, अधिकारियों ने राजस्व विभाग के आवेदकों के लिए एक और काउंटर खोला और बैठने की व्यवस्था की।
नोडल अधिकारियों को भविष्य में संदर्भ के लिए पीड़ित नागरिक का नाम और फोन नंबर और संदर्भित स्टॉल नंबर सहित अन्य विवरण नोट करने के लिए एक रजिस्टर दिया गया है।
नवंबर में आयोजित जनस्पंदन के दौरान 4,030 आवेदन प्राप्त हुए थे। अब तक 3,738 शिकायतों का समाधान किया जा चुका है।