इस्लामाबाद/दक्षिण भारत। पाकिस्तान में पीटीआई के केंद्रीय सूचना सचिव रऊफ हसन ने कहा है कि इमरान का जनादेश रात के अंधेरे में चुरा लिया गया है। एक्स पर एक पोस्ट में हसन ने कहा, ‘पाकिस्तान को और अधिक अस्थिरता की राह पर ले जाया जा रहा है।’
पीएमएल-एन के नेतृत्व वाली संभावित गठबंधन सरकार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘सरकार बनाने के लिए अपराधियों के एक समूह को शामिल करने का निर्णय, जिन्हें लोगों ने खारिज कर दिया है, देश जिन गंभीर चुनौतियों से घिरा हुआ है, उनके बारे में अदूरदर्शी दृष्टिकोण को दर्शाता है।’
पीटीआई के प्रवक्ता ने कहा कि मौजूदा स्थिति लोकतांत्रिक सिद्धांतों और मानदंडों के सार पर प्रहार कर रही है। साथ ही राष्ट्रीय हितों और अपने लोगों के कल्याण के प्रति उपेक्षा को भी दर्शाती है।
हसन ने कहा, ‘अंधेरे की ताकतों को रोका जाना चाहिए और सत्ता उन लोगों को सौंपनी चाहिए जिन्हें लोगों ने अपना नेता चुना है।’
पीटीआई की पूर्व नेता और पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने कहा है कि अन्य दलों के साथ बातचीत न करना पीटीआई के संस्थापक इमरान खान का अधिकार है।
एक्स पर एक पोस्ट में, उन्होंने आश्चर्य जताया, ‘वे उन लोगों के साथ क्यों बैठेंगे जो लोगों का जनादेश चुराना जारी रखते हैं, पीडीएम सरकार ने उन पर, उनके नेताओं और कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किया और 2024 के चुनाव में जनता ने किसे नकार दिया है?’