कर्नाटक ने सभी सरकारी स्कूलों में राज्यव्यापी अन्नपूर्णा प्रात: पोषण कार्यक्रम शुरू किया

'कोई भी बच्चा कभी भी भूखा स्कूल न जाए!'

Photo: @Siddaramaiah.Official FB page

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने सोमवार को सभी सरकारी स्कूलों में राज्यव्यापी अन्नपूर्णा प्रात: पोषण कार्यक्रम शुरू किया। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्यक्रम सद्गुरु श्री मधुसूदन साईं की परिकल्पना की उपज है, जिसका आदर्श वाक्य है - 'कोई भी बच्चा कभी भी भूखा स्कूल न जाए!'

श्री सत्य साईं अन्नपूर्णा ट्रस्ट के अनुसार, कर्नाटक पिछले नौ वर्षों से अन्नपूर्णा की सेवाओं का केंद्र रहा है। यह राज्य में केवल 50 बच्चों को खाना खिलाने से शुरू हुआ, धीरे-धीरे बढ़ते हुए 5085 स्कूलों में लगभग 3,62,243 बच्चों तक पहुंच गया।

आज पूरे कर्नाटक में 53,619 स्कूलों तक पहुंच कर 55 लाख अतिरिक्त बच्चों को अपनी देखरेख में ले लिया है।

ट्रस्ट के एक बयान में कहा गया है कि इसके साथ, कर्नाटक के लगभग सभी सरकारी स्कूल जाने वाले बच्चों को विशेष रूप से बच्चों के लिए अनुकूलित 'अनूठे' बहु-पोषक तत्व पूरक, 'साईश्योर' के माध्यम से प्रात: पोषण मिलेगा।

साल 2013 से, कर्नाटक सरकार की 'क्षीर भाग्य' पहल ने सरकारी स्कूल जाने वाले बच्चों को सप्ताह में पांच दिन दूध की आपूर्ति की है। इस कार्यक्रम के लिए इस साल करीब 731 करोड़ रुपए का बजट भी स्वीकृत किया गया है।

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