नई दिल्ली/दक्षिण भारत। असंगठित श्रमिक एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) के अध्यक्ष डॉ. उदित राज ने बुधवार को एआईसीसी मुख्यालय में मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर दलितों, पिछड़ों, महिलाओं और आदिवासियों की अनदेखी का आरोप लगाया।
डॉ. उदित राज ने कहा कि समाज के इस तबके के पास विकास के कोई और साधन नहीं हैं। उन्होंने कुछ विश्वविद्यालयों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनमें एससी, एसटी, ओबीसी के बच्चे तो पढ़ नहीं सकते। उन्होंने उत्तर प्रदेश के गांव सिलाई, बड़ागांव का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि वहां 10वीं कक्षा के छात्र की हत्या कर दी गई और दो को घायल कर दिया गया। उनकी गलती यही थी कि वहां पर एक गड्ढा था, जिसे पाट कर डॉ. अंबेडकर का बोर्ड लगाना चाह रहे थे।
डॉ. उदित राज ने कहा कि ओबीसी के छात्रों की 6,800 शिक्षक भर्ती होनी थी, जबकि यह अदालत का आदेश था। जब नहीं हुई तो फिर अदालत गए। अब कहा जा रहा है कि मामला अदालत में चला गया है। अगर आदेश के अनुसार भर्तियां पूरी कर देते तो अदालत जाना ही नहीं पड़ता। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके गुजरात का मुख्यमंत्री रहने के दौरान ही सरकारी नौकरियों में कटौती का आरोप लगाया।
डॉ. उदित राज ने उक्त छात्र का उल्लेख करते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए और जो लोग दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने सवाल किया- एक एसडीएम की उपस्थिति में गोली मारा जाना क्या है?