श्रीनगर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को श्रीनगर में 'विकसित भारत, विकसित जम्मू-कश्मीर' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि धरती के स्वर्ग पर आने का यह एहसास, यह अनुभूति शब्दों से परे है। प्रकृति का यह अनुपम स्वरूप, यह हवा, ये वादियां, यह वातावरण और उसके साथ आप कश्मीरी भाई-बहनों के इतने प्यार के लिए मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह वो नया जम्मू-कश्मीर है, जिसका इंतजार हम सभी को कई दशकों से था। यह वो नया जम्मू-कश्मीर है, जिसके लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान दिया था। इस नए जम्मू-कश्मीर की आंखों में भविष्य की चमक है। इस नए जम्मू-कश्मीर के इरादों में चुनौतियों को पार करने का हौसला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके इस प्यार से मैं जितना खुश हूं, उतना ही कृतज्ञ भी हूं। मोदी प्यार के इस कर्ज को चुकाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगा। साल 2014 के बाद मैं जब भी आया, मैंने यही कहा कि यह मेहनत आपका दिल जीतने के लिए कर रहा हूं और मैं दिनों-दिन देख रहा हूं कि आपका दिल जीतने की सही दिशा में मैं जा रहा हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास की शक्ति, पर्यटन की संभावनाएं, किसानों की सामर्थ्य और जम्मू-कश्मीर के युवाओं का नेतृत्व ... विकसित जम्मू-कश्मीर के निर्माण का रास्ता यहीं से निकेलगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर केवल एक क्षेत्र नहीं है। जम्मू-कश्मीर भारत का मस्तक है। ऊंचा उठा मस्तक ही विकास और सम्मान का प्रतीक होता है। इसलिए विकसित जम्मू-कश्मीर विकसित भारत की प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यहां से स्वदेश दर्शन योजना के तहत 6 परियोजनाएं देश को समर्पित की गई हैं। इसके अलावा स्वदेश दर्शन स्कीम के अगले चरण का भी शुभारंभ हुआ है। इसके तहत भी जम्मू-कश्मीर समेत देश के अन्य स्थानों के लिए करीब 30 परियोजनाओं की शुरुआत की गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब इरादे नेक हों, संकल्प को सिद्ध करने का जज्बा हो तो फिर नतीजे भी मिलते हैं। पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे यहां जम्मू-कश्मीर में जी20 का शानदार आयोजन हुआ। आज यहां जम्मू-कश्मीर में पर्यटन के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। अकेले साल 2023 में ही 2 करोड़ से ज्यादा पर्यटक यहां आए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन के साथ ही कृषि और कृषि उत्पादों की ताकत भी है। जम्मू-कश्मीर की केसर, सेब, यहां के मेवे, जम्मू-कश्मीरी चेरी ... जम्मू-कश्मीर अपने आप में ही इतना बड़ा ब्रांड है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां की झीलों में जगह-जगह कमल देखने को मिलते हैं। पचास साल पहले बनी जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के लोगो में भी कमल है। यह सुखद संयोग है या कुदरत का कोई इशारा कि भाजपा का चिह्न भी कमल है और कमल के साथ तो जम्मू-कश्मीर का गहरा नाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है, क्योंकि खुलकर सांस ले रहा है। बंदिशों से यह आजादी अनुच्छेद 370 हटने के बाद आई है। दशकों तक सियासी फायदे के लिए कांग्रेस और उसके साथियों ने अनुच्छेद 370 के नाम पर जम्मू-कश्मीर के लोगों को गुमराह किया, देश को गुमराह किया।
अनुच्छेद 370 से फायदा जम्मू-कश्मीर को था या कुछ राजनीतिक परिवार ही इसका लाभ उठा रहे थे? जम्मू-कश्मीर की अवाम यह सच्चाई जान चुकी है कि उनको गुमराह किया गया था। कुछ परिवारों के फायदे के लिए जम्मू-कश्मीर को जंजीरों में जकड़ दिया गया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज अनुच्छेद 370 नहीं है, इसलिए जम्मू-कश्मीर के युवाओं की प्रतिभा का पूरा सम्मान हो रहा है, उन्हें नए अवसर मिल रहे हैं। आज यहां सबके लिए समान अधिकार भी हैं, समान अवसर भी हैं।