अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी के मामले में द्रमुक का पूर्व पदाधिकारी गिरफ्तार
एजेंसी ने सादिक पर भारत, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच फैले अवैध नेटवर्क का 'मास्टरमाइंड' होने का आरोप लगाया है
Photo: ar.jaffer_sadiq Instagram account
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने शनिवार को 2,000 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी जांच मामले में तमिलनाडु में द्रमुक के पूर्व पदाधिकारी जाफर सादिक को गिरफ्तार किया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एनसीबी के उप महानिदेशक (संचालन) ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि सादिक को शनिवार को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।एजेंसी ने सादिक पर भारत, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच फैले इस अवैध नेटवर्क का 'मास्टरमाइंड' होने का आरोप लगाया है।
बता दें कि सादिक तमिल फिल्मों का निर्माता है। उसे हाल में द्रमुक ने निष्कासित कर दिया था। वह द्रमुक की एनआरआई विंग के चेन्नई पश्चिम का उप आयोजक रह चुका है।
एनसीबी ने पिछले महीने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। उनका ताल्लुक तमिलनाडु से था। अधिकारियों ने दिल्ली में एक गोदाम पर छापा मारा और 50 किलोग्राम स्यूडोएफ़ेड्रिन जब्त किया था, जिसका इस्तेमाल नशीला पदार्थ बनाने में होता है।
जाफर सादिक का मामला सामने आने के बाद भाजपा और अन्नाद्रमुक ने द्रमुक पर हमला बोला है।
तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के अन्नामलाई ने ट्वीट किया, 'एनसीबी ने आज अंतरराष्ट्रीय ड्रग लॉर्ड और द्रमुक पदाधिकारी जाफर सादिक को गिरफ्तार कर लिया है। पिछले तीन वर्षों में कई अन्य द्रमुक नेताओं के जाफर सादिक के साथ निकटता से जुड़ने के साथ, यह समझना महत्त्वपूर्ण है कि कैसे उसने मनी लॉन्ड्रिंग के लिए उनके माध्यम के रूप में काम किया।'
अन्नामलाई ने कहा, 'तमिलनाडु भाजपा की ओर से, हम कानून प्रवर्तन अधिकारियों से गहराई से जांच करने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं कि जाफ़र सादिक के नेटवर्क का पर्दाफाश और भंडाफोड़ किया जाए, ताकि द्रमुक शासन के तहत तमिलनाडु में ड्रग्स के मुक्त प्रवाह को रोका जा सके।'
अन्नाद्रमुक महासचिव पलानीस्वामी ने संवाददाताओं से कहा, 'जाफर सादिक द्रमुक नेतृत्व का करीबी बन गया और यहां तक कि उसे एक डीजीपी से उपहार भी मिला। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और पीड़ादायक है। इसकी निंदा की जानी चाहिए।'