नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 'भारत का टेकएड: चिप्स फॉर विकसित भारत' कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज का यह दिन ऐतिहासिक है। आज हम इतिहास भी रच रहे हैं और उज्ज्वल भविष्य की तरफ एक बहुत बड़ा मजबूत कदम भी उठा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस अभूतपूर्व अवसर पर हमारे साथ देश के 60 हजार से ज्यादा कॉलेज, यूनिवर्सिटी और एजुकेशन इंस्टीट्यूट भी जुड़े हुए हैं। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड ही है। आज हम सुनहरे भविष्य की ओर छलांग लगाते हुए इतिहास रच रहे हैं।
हमने भारत में सेमीकंडक्टर विनिर्माण के लिए लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपए की 3 प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। ये परियोजनाएं भारत को सेमीकंडक्टर विनिर्माण में वैश्विक केंद्र बनने में मदद करेंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज युवा देख रहे हैं कि भारत किस तरह प्रगति के लिए, आत्मनिर्भरता के लिए, ग्लोबल सप्लाई चेन में अपनी उपस्थिति के लिए चौतरफा काम कर रहा है। इन प्रयासों से उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और आत्मविश्वास से भरा युवा कहीं भी हो, वह अपने देश का भाग्य बदल देता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी, टेक्नोलॉजी ड्रिवेन है और इलेक्ट्रॉनिक चिप के बिना उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। मेड इन इंडिया चिप, डिजाइन्ड इन इंडिया चिप, भारत को आत्मनिर्भरता और आधुनिकता की तरफ ले जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चिप निर्माण सिर्फ एक इंडस्ट्री नहीं है। यह विकास का वो द्वार खोलती है, जो असीम संभावनाओं से भरा हुआ है। इस सेक्टर से न सिर्फ भारत में रोजगार के नए अवसर बनने वाले हैं, बल्कि तकनीकी उन्नति के क्षेत्र में भी बड़ी प्रगति होने वाली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम एक तरफ देश में तेजी से गरीबी कम कर रहे हैं और दूसरी तरफ भारत में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का भी निर्माण कर रहे हैं, देश को आत्मनिर्भर भी बना रहे हैं। सिर्फ साल 2024 में ही अब तक 12 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की योजना का लोकार्पण और शिलान्यास हो चुका है।