नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उनका लक्ष्य वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाकर और अपने ज्ञान और अनुभवों को दुनिया के साथ साझा करके भारत को वैज्ञानिक शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र बनाना है।
प्रधानमंत्री ने पिछले दशक की वैज्ञानिक उपलब्धियों को समाहित करने वाली एक रिपोर्ट के लिए एक संदेश में यह टिप्पणी की है।
उन्होंने कहा कि साल 2047 तक आने वाले वर्ष एक ऐसी अवधि है, जो एक मजबूत, आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण के हमारे दृष्टिकोण को साकार करने के लिए महत्त्वपूर्ण है, जहां विशेष रूप से वैज्ञानिक समुदाय, विशेष रूप से हमारे युवा, एक निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
रिपोर्ट - 'विज्ञान का एक दशक: आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रौद्योगिकी पैनोरमा' केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय और एनजीओ फाउंडेशन फॉर एडवांसिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी (फास्ट इंडिया) द्वारा संकलित की गई थी।
इसे गुरुवार को विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह द्वारा जारी किया गया।