बेंगलूरु/दक्षिण भारत। बेंगलूरु में हलसुरू गेट पुलिस थाना क्षेत्र में कब्बनपेट इलाके के सिद्दन्नागल्ली स्थित एक दुकान में हनुमानजी के भजन सुन रहे दुकानदार युवक को कुछ युवकों ने बुरी तरह पीट दिया, जिसके बाद लोग आक्रोशित हो गए। मामला कथित तौर पर अज़ान विवाद का बताया जा रहा है। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
रविवार शाम को चार-पांच युवकों के एक समूह ने पहले तो दुकानदार के साथ बहस की, उसके बाद उसे बाहर निकालकर पीटा। आरोप है कि दुकानदार मुकेश अपनी दुकान में हनुमानजी के भजन सुन रहा था। इसी दौरान कुछ युवक आए और उन्होंने 'अज़ान' का समय होने की बात कहकर उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी।
हालांकि पुलिस ने कहा है कि उसने सोमवार को तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। सभी संदिग्धों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है। पुलिस ने बताया कि दुकानदार के तेज आवाज में 'हनुमान चालीसा' बजाने को लेकर विवाद हुआ था। उसने कहा कि आरोप के समर्थन में कोई ठोस सबूत नहीं मिला और शिकायत में भी इसका उल्लेख नहीं है। पुलिस के रवैये पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस की एफआईआर के अनुसार, तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर दो पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था जबकि दुकान साउंड सिस्टम के स्पीकर आदि की है जिसमें रोज ही दुकानदार भजन आदि बजाता है, ऐसा आसपास के लोगों का कहना है। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर आया, जिसमें युवकों का एक समूह दुकानदार से झगड़ता दिख रहा है। तीखी बहस के बीच उनमें से एक ने दुकानदार का कॉलर पकड़ लिया। पीड़ित ने अपने बचाव में जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन हमलावरों की संख्या 5-6 थी इसलिए वह सामना नहीं कर पाया। उन्होंने उसे दुकान से बाहर खींचा और जमकर मारपीट की।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘शिकायत के आधार पर हमने हलसुरू पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की है और घटना के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।’ उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 149 (गैरकानूनी तरीके से एकत्र लोगों में से प्रत्येक व्यक्ति साझा मंशा के तहत अभियोजन में किए गए अपराध का दोषी), 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
चाकू से वार करने की धमकी दी!
मीडिया से बात करते हुए दुकानदार मुकेश ने कहा कि मैंने हनुमानजी का भजन चला रखा था। अचानक चार-पांच लोग आए और बोले कि 'अज़ान' का समय हो गया है और अगर भजन चलाओगे तो हम तुम्हें पीटेंगे। उन्होंने मुझे पीटा और धमकी भी दी कि वे मुझ पर चाकू से वार करेंगे। मामले पर मुकेश के पिता गोपाल सिंह ने कहा कि मैं यहां मौजूद नहीं था, लेकिन मेरे बेटे ने मुझे बताया कि वह उस समय भजन चला रहा था। आवाज़ धीमी ही थी। वे लोग उससे लड़ने आए थे। उन्होंने उसके साथ मारपीट की। हमें न्याय चाहिए।
सिस्टम पर कैसे भरोसा करे आम आदमी?
घटना के बाद बेंगलूरु दक्षिण क्षेत्र के भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या दुकानदार से मुलाकात करने पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के राज में ऐसे चरमपंथी तत्व निर्दोष लोगों को निशाना बनाने के लिए अपने आपको ताकतवर महसूस कर रहे हैं। तेजस्वी सूर्या ने बेंगलूरु पुलिस आयुक्त से आग्रह किया कि वे मामले की तेजी से निष्पक्ष जांच कराएं और आरोपियों को गिरफ्तार करें। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'एक आम आदमी सिस्टम पर, उन लोगों पर भरोसा कैसे कर सकता है, जिन पर सुरक्षा करने, न्याय देने की जिम्मेदारी है, अगर जानबूझकर एफआईआर इस तरह से दर्ज की जाती है कि मुख्य सामग्री को हटा दिया जाए?'
उन्होंने कहा, 'जिस सरकार के पास विश्वसनीय, तथ्यात्मक एफआईआर भी नहीं हो सकती, उस पर लोगों को न्याय देने का भरोसा नहीं किया जा सकता है। हमने मुख्यमंत्री, पुलिस अधिकारियों और गृह मंत्री से मांग की है कि पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद है, हम चाहते हैं कि मंगलवार सुबह तक ये सभी उपद्रवी गिरफ्तार किए जाएं। सूर्या ने आरोप लगाया कि विस्तृत लिखित शिकायत देने के बाद भी स्थानीय पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। भाजपा सेंट्रल के सांसद पीसी मोहन, मेरे (तेजस्वी सूर्या) और स्थानीय भाजपा नेताओं के हस्तक्षेप के बाद देर से एफआईआर दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि अगर मारपीट करने वाले युवकों को मंगलवार दोपहर 12.30 बजे तक गिरफ्तार नहीं किया गया तो नगरथपेट क्षेत्र "बंद" रहेगा। हम सभी भाग लेंगे और मुकेश के साथ जो हुआ, उसके लिए न्याय की मांग करेंगे।