कोयंबटूर/दक्षिण भारत। इरोड से एमडीएमके सांसद गणेशमूर्ति का गुरुवार सुबह 5:05 बजे कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया। एएनआई की एक खबर के अनुसार, कथित तौर पर आत्महत्या का प्रयास करने के बाद 24 मार्च को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, गणेशमूर्ति ने रविवार को विषैले पदार्थ का सेवन कर लिया था। बताया जाता है कि वे आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं मिलने से परेशान थे।
कथित तौर पर कीटनाशक सल्फेट का सेवन करने के बाद उन्हें इरोड के एक अस्पताल ले जाया गया था। बाद में उन्हें कोयंबटूर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वे तब से गहन देखभाल इकाई में थे। उनका एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (ईसीएमओ) सपोर्ट के साथ इलाज चल रहा था। हालांकि, उनके शरीर पर इलाज का असर नहीं हो रहा था। आखिरकार उन्होंने गुरुवार सुबह दम तोड़ दिया।
वाइको के वफादारों में से एक माने जाने वाले गणेशमूर्ति द्रविड़ आंदोलन का प्रमुख चेहरा थे। पश्चिमी तमिलनाडु से आने वाले गणेशमूर्ति विधि स्नातक थे।
उन्हें साल 1984 में उन्हें डीएमके छात्र विंग के इरोड जिला सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने साल 1989 में डीएमके के टिकट पर मोडाकुरिची विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी।
वे साल 1998 और 2009 में एमडीएमके के टिकट पर इरोड से लोकसभा सांसद चुने गए थे। वे साल 2014 में इरोड से हार गए थे। उन्होंने साल 2019 में डीएमके के टिकट पर इरोड से जीत हासिल की। उन्होंने 'उगते सूरज' चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा था।