नई दिल्ली/दक्षिण भारत। भारत के शीर्ष गेमर्स ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार को इस क्षेत्र को एक संगठित, कानूनी ढांचे के तहत लाना चाहिए और इसकी प्रतिष्ठा बढ़ानी चाहिए। एक बार जब यह हासिल हो गया, तो इसे नीचे लाना हर किसी के लिए कठिन होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गेम्स को 'विनियमित' करना आदर्श नहीं होगा। सरकार दो चीजें कर सकती है- या तो कानून के तहत प्रतिबंध लगाए या इससे जुड़ी हर चीज को समझने की कोशिश करे और देश की जरूरतों के आधार पर उन्हें ढाले। सरकार को इस विषय को समझना चाहिए और आवश्यक बदलाव करने चाहिएं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा प्रयास है कि साल 2047 तक देश को उस स्तर तक ऊपर उठाया जाए कि मध्यम वर्ग को अपने जीवन में किसी अनावश्यक सरकारी हस्तक्षेप की जरूरत न पड़े। यदि ऐसा नहीं किया गया तो हम कागजी कार्रवाई, दस्तावेजों और कानूनी व्यवस्था के चक्र में फंसे रहेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप 'स्वच्छ भारत' पर आधारित एक गेम भी विकसित कर सकते हैं। गेम का विषय स्वच्छता के बारे में हो सकता है ... और हर बच्चे को इसे खेलना चाहिए। युवाओं को भारतीय मूल्यों को अपनाना चाहिए और उनके वास्तविक महत्त्व को समझना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विश्व नेता ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के बारे में बात करते हैं। लोग विभिन्न समाधानों के बारे में बात करते हैं, लेकिन मैंने दुनिया के सामने कुछ अलग प्रस्तुत किया है, और वह है मिशन लाइफ!
अब, वैश्विक जलवायु मुद्दों को संबोधित करने के उद्देश्य से एक गेम की कल्पना करें, जहां गेमर जलवायु के प्रति सबसे टिकाऊ दृष्टिकोण की पहचान करने के लिए विभिन्न तरीकों और समाधानों की खोज करे।