तेहरान/दक्षिण भारत। ईरान-इजराइल संघर्ष के बीच ये दोनों देश दुनियाभर के मीडिया में छाए हुए हैं। वहीं, ईरानी मीडिया में 'खुशी की लहर' है और उक्त कार्रवाई को 'विशुद्ध विजय' कहा जा रहा है।
तेहरान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने शनिवार और रविवार सुबह तड़के अपनी जमीन से सीधे कब्जे वाले क्षेत्रों को निशाना बनाकर इजरायल के खिलाफ लंबे समय से प्रतीक्षित जवाबी कार्रवाई को अंजाम दिया।
उसने न्यूयॉर्क टाइम्स का हवाला देते हुए कहा कि ऑपरेशन ट्रुथफुल प्रॉमिस को कम से कम 185 ड्रोन और लगभग 150 मिसाइलों के साथ अंजाम दिया गया।
99 प्रतिशत प्रोजेक्टाइल्स को रोकने के इज़राइल के गंभीर दावे के बावजूद, लक्ष्य के आसपास के इज़राइल निवासियों द्वारा कैप्चर किए गए फुटेज से पता चलता है कि ईरान की मिसाइलें ठीक उसी जगह गिरी थीं, जहां उन्हें गिरना था।
तेहरान टाइम्स ने कहा कि मिसाइलें और ड्रोन पूरे ईरान के क्षेत्रों से दागे गए। दो इजरायली सैन्य ठिकानों पर हमला करने से पहले वे इराक, सीरिया, जॉर्डन के आबादी वाले शहरों से गुजरे और फिलस्तीन पर काबिज हुए।
उनमें से एक बड़ा खुफिया बेस, नेवातिम एयरबेस है, जहां से दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास को निशाना बनाने के लिए एक एफ-35 जेट ने उड़ान भरी थी। इस प्रक्रिया में कोई भी नागरिक स्थल क्षतिग्रस्त नहीं हुआ, जो ईरान के घरेलू हथियारों की उच्च परिशुद्धता को साबित करता है।
ईरानी मीडिया ने कहा, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी मिशन ने उल्लेख किया है, हमलों ने किसी भी अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं किया। संयुक्त राष्ट्र चार्टर का अनुच्छेद 51 किसी सदस्य राज्य के खिलाफ सशस्त्र हमले की स्थिति में व्यक्तिगत या सामूहिक आत्मरक्षा के अंतर्निहित अधिकार से संबंधित है।
दूसरी ओर, इजराइली मीडिया ने दावा किया है कि ज्यादातर ईरानी मिसाइलों को उसके प्रतिरक्षा सिस्टम ने आकाश में ही नष्ट कर दिया था। हालांकि इस घटना से इलाके में काफी तनावपूर्ण हालात पैदा हो गए हैं।