गाजियाबाद/दक्षिण भारत। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में इंडि गठबंधन की प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा पर खूब हमला बोला।
राहुल गांधी ने राम नवमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह चुनाव विचारधारा का चुनाव है। एक तरफ आरएसएस-भाजपा संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी तरफ इंडि गठबंधन उसको बचाने में लगा है। चुनाव में दो-तीन बड़े मुद्दे हैं- बेरोजगारी, महंगाई, भागीदारी, लेकिन भाजपा 24 घंटे लोगों को गुमराह करने में लगी रहती है। मुद्दों के बारे में बात नहीं करती है।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री का कहना है कि इलेक्टोरल बॉण्ड का सिस्टम पारदर्शिता के लिए लाया गया था। अगर ऐसा था तो उस सिस्टम को उच्चतम न्यायालय ने रद्द क्यों किया? कॉन्ट्रैक्ट किसी कंपनी को मिलता है, उसके तुरंत बाद कंपनी भाजपा को चंदा देती है। इलेक्टोरल बॉण्ड स्कीम दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है। पूरा देश जानता है कि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के चैंपियन हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे खुशी है आज हम मिलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। उप्र में गाजियाबाद से लेकर गाजीपुर तक भाजपा का सफाया होने जा रहा है। भाजपा की हर बात झूठी निकली। न किसान की आय दोगुनी हुई, न युवाओं को रोजगार मिला। विकास के वादे भी अधूरे हैं। इलेक्टोरल बॉण्ड ने इनकी पोल खोल दी है। भाजपा भ्रष्टाचारियों का गोदाम बन गई है। लूट और झूठ भाजपा की पहचान बन गई हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि हम देश में हर गरीब परिवार की एक महिला को सालाना 1 लाख रुपए देंगे। किसान सही एमएसपी और कर्ज माफी की मांग कर रहा है, इसलिए हम एमएसपी की कानूनी गारंटी देंगे। इसी कड़ी में हम किसानों के कर्ज भी माफ करेंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि गरीबी को एक झटके में नहीं मिटाया जा सकता है, लेकिन उसे गहरी चोट पहुंचाई जा सकती है। देश में गरीबी का एक बड़ा कारण है कि नरेंद्र मोदी ने देश का पूरा धन कुछ चुनिंदा लोगों को दे दिया है। इसलिए हम जातिगत जनगणना, गरीब महिलाओं को सालाना 1 लाख रुपए, युवाओं को अप्रेंटिसशिप जैसे क्रांतिकारी काम करने जा रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि इंडि गठबंधन एक नई उम्मीद है। जिस दिन देश का किसान खुश हो जाएगा, उन्हें सही एमएसपी मिलेगी और उनकी आय बढ़ेगी, उस दिन से गरीबी खत्म होनी शुरू हो जाएगी। जातिगत जनगणना भी एक जरूरी कदम है। इससे सामाजिक न्याय होगा और लोगों को मान-सम्मान मिलेगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि एनडीए को पीडीए हराने जा रहा है। जो साल 2014 में आए थे, वे 2024 में चले जाएंगे। उप्र वाले स्वागत तो अच्छा करते ही हैं। इस बार ढोल-नगाड़ों के साथ इनकी विदाई भी शानदार करेंगे।