सूरत/दक्षिण भारत। कांग्रेस के सूरत लोकसभा उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का नामांकन पत्र रविवार को खारिज कर दिया गया।
उनके तीन प्रस्तावकों ने जिला निर्वाचन अधिकारी को हलफनामा देकर दावा किया था कि उन पर किए गए हस्ताक्षर उनके नहीं हैं।
सूरत से कांग्रेस के स्थानापन्न उम्मीदवार सुरेश पडसाला का नामांकन पत्र भी अमान्य कर दिया गया, जिससे गुजरात की प्रमुख विपक्षी पार्टी शहर में चुनाव मैदान से बाहर हो गई है।
रिटर्निंग ऑफिसर सौरभ पारधी ने अपने आदेश में कहा कि कुंभानी और पडसाला द्वारा जमा किए गए तीन नामांकन फॉर्म प्रस्तावकों के हस्ताक्षरों में प्रथम दृष्टया विसंगति पाए जाने और वास्तविक नहीं प्रतीत होने के बाद खारिज कर दिए गए।
पारधी ने आदेश में कहा, इसलिए कुंभानी का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया है।
पारधी के आदेश में बताया गया कि प्रस्तावकों ने अपने हलफनामे में कहा था कि उन्होंने फॉर्म पर खुद हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
घटना की पुष्टि करते हुए, कांग्रेस के वकील बाबू मंगुकिया ने कहा, 'दिनेश कुंभानी और सुरेश पडसाला के नामांकन फॉर्म खारिज कर दिए गए हैं, क्योंकि चार प्रस्तावकों ने कहा कि फॉर्म पर हस्ताक्षर उनके नहीं थे।'
मंगुकिया ने कहा कि अगला कदम उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाना होगा।