बेंगलूरु/दक्षिण भारत। बेंगलूरु में शुक्रवार को एक मतदान केंद्र पर नारायण हेल्थ सिटी, बोम्मासंद्रा के डॉक्टर ने एक मतदाता की जान बचाई। महिला मतदाता, जो अपनी बारी का इंतजार कर रही थी, को कार्डियक अरेस्ट आया था। उस समय नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. गणेश श्रीनिवास प्रसाद जीवनरक्षक बनकर आए।
यह घटना जेपी नगर 8वें फेज के जंबो सावरी दिने में हुई, जब काफी मतदाता यहां मतदान करने आए थे। डॉ. प्रसाद भी सुबह करीब 9 बजे अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। अचानक एक महिला मतदाता, जिसकी उम्र लगभग 50 साल थी, पानी पीने की कोशिश के दौरान गिरने लगी।
यह देखकर डॉ. प्रसाद और कतार में मौजूद एक अन्य व्यक्ति मदद के लिए तुरंत आगे बढ़े और उन्होंने महिला को जमीन पर गिरने से बचा लिया।
डॉ. प्रसाद ने बताया, 'मैंने नाड़ी की जांच की और पाया कि यह बहुत कम थी। आंखें बाहर की ओर उठ रही थीं। उनके शरीर ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई और वे हांफ रही थीं। मैंने तुरंत सीपीआर दिया और उनकी हालत में सुधार हुआ।'
त्वरित सीपीआर आगामी चिकित्सा सहायता मिलने तक स्थिति को स्थिर करने में सहायक साबित हुआ। चुनाव ड्यूटी पर मौजूद लोगों ने उन्हें जूस उपलब्ध कराया, वहीं एक एंबुलेंस बुलाई गई, जो केवल पांच मिनट के भीतर पहुंच गई।
महिला को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां आवश्यक चिकित्सा सहायता दी गई।
डॉ. प्रसाद ने कहा, 'अगर देरी हो जाती तो हम उन्हें खो सकते थे। एक समूह के रूप में, हम अपने रोगियों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए समर्पित हैं। मैं त्वरित और प्रभावी प्राथमिक उपचार के माध्यम से मरीज की जान बचाने में भूमिका निभाने के लिए आभारी हूं। जिन लोगों की हम सेवा करते हैं, उनकी भलाई सुनिश्चित करने में हमारे सामूहिक प्रयासों पर मुझे गर्व है।'
महिला अपना वोट डालने का अवसर चूक गईं। वहीं, डॉ. प्रसाद के प्रयासों के कारण उसकी जान बच गई। यह घटना आपात स्थिति में सीपीआर जैसी जीवन-रक्षक प्रक्रिया के महत्त्व को भी दर्शाती है। नारायण हेल्थ सिटी ने डॉ. प्रसाद की सराहना की है।