गुवाहाटी/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को असम के गुवाहाटी स्थित भाजपा के राज्य कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सात चरणों में होने वाले चुनाव के दो चरण समाप्त हो चुके हैं। इन दो चरणों के बाद हमारी पार्टी के आंतरिक मूल्यांकन के हिसाब से भाजपा और साथी दल मिलकर 100 सीटों से आगे निकल चुके हैं। हम बड़े विश्वास के साथ जनता के आशीर्वाद और समर्थन से 400 पार के हमारे लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं।
शाह ने कहा कि असम, बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड आदि सभी राज्यों में हमें बहुत बड़ी चुनावी सफलता मिल रही है। इसके साथ-साथ दक्षिण भारत से भी भाजपा को बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।
शाह ने कहा कि कुछ दिन से कांग्रेस ने हमारे 400 पार के लक्ष्य को ट्वीस्ट करना शुरू किया है। वे गलत प्रचार कर रहे हैं कि भाजपा 400 पार करने के बाद संविधान बदल देगी और आरक्षण को समाप्त कर देगी। ये दोनों चीजें निराधार और तथ्यहीन हैं।
शाह ने कहा कि कांग्रेस झूठ फैलाकर जनता के बीच भ्रांति पैदा करना चाहती है। मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि भाजपा एससी/एसटी, ओबीसी के आरक्षण की समर्थक है और हमेशा इसके संरक्षक के रूप में अपनी भूमिका निभाएगी।
शाह ने कहा कि एससी/एसटी, ओबीसी के आरक्षण पर किसी राजनीतिक दल ने अगर डाका डाला है, तो वह कांग्रेस पार्टी ने डाला है। सबसे पहले उन्होंने संयुक्त आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को आरक्षण दिया, जिसके कारण ओबीसी का आरक्षण कटा।
उसके बाद कर्नाटक में उन्होंने रातोंरात बिना किसी सर्वे, पिछड़ापन तय किए सारे मुसलमानों को ओबीसी श्रेणी में डालकर उनके लिए 4 प्रतिशत का कोटा रिजर्व कर दिया। इससे भी पिछड़ा वर्ग का आरक्षण कटा है।
शाह ने कहा कि भाजपा स्पष्ट रूप से मानती है कि धर्म के आधार पर आरक्षण असंवैधानिक है और जब भी इन राज्यों में हमारे पास अधिकार आएगा, हम धर्म के आधार पर लादे गए आरक्षण को समाप्त करके एससी/एसटी और ओबीसी को न्याय दिलाने का काम करेंगे।