जामनगर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुजरात के जामनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर खूब शब्दबाण छोड़े। उन्होंने जामनगर के पूर्व महाराजा दिग्विजय सिंह के योगदान को भी याद किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुप्रचार से शुरू हुई कांग्रेस की राजनीति आज कुंठा से घिर चुकी है। इनकी जो कुंठा पहले गुजरात को लेकर थी, आज देश की प्रगति को लेकर भी वही कुंठा, वही नफरत नस-नस में भरी पड़ी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस समय दो रणनीतियों पर चुनाव लड़ रही है- जाति के नाम पर समाज को बांटना। तुष्टीकरण के जरिए अपने वोट बैंक को एकजुट करना। कांग्रेस एससी/एसटी और ओबीसी के आरक्षण को छीनकर, धर्म के आधार पर आरक्षण देने के लिए संविधान को परिवर्तित करने और एक समुदाय को आरक्षण देने की तैयारी कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया में भारत का कद और सम्मान बढ़ रहा है तो कांग्रेस के 'शहजादे' और उनका पूरा इकोसिस्टम विदेशों में जाकर भारत को बदनाम करने के लिए लंबे-लंबे भाषण देकर आते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने जब सत्ता छोड़ी, तब हमारे देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें नंबर पर थी। देश जब आजाद हुआ था, तब अर्थव्यवस्था छठे नंबर पर थी। वहां से कांग्रेस 11वें नंबर पर ले गई थी। एक चायवाला आया, उसकी रगों में गुजराती खून है, दुनिया में 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था को 5वें नंबर पर ले आया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस का घोषणा पत्र आया, तब मैंने देश को चेताया था। खासकर देश का जो विचारक वर्ग है, उसे इशारा किया था कि कांग्रेस का घोषणापत्र देश के लिए खतरे की घंटी है। मैंने साफ-साफ कहा था कि मैं कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप देख रहा हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की आजादी से पहले भारत के विभाजन के लिए जो नैरेटिव गढ़े गए थे, आज कांग्रेस का घोषणा पत्र उन्हीं बातों को लेकर देशवासियों से वोट मांग रहा है। इंडि अलायंस की रैलियों में उनके नेता वोट जिहाद करने की अपील कर रहे हैं।