रत्नागिरि/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के रत्नागिरि में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मैं आज जब यहां आया हूं, तो इतना कहना चाहता हूं कि आज क्या ये नकली सेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, वीर सावरकर का नाम अपने भाषण में लेने की हिम्मत कर सकते हैं? अगर सावरकर का नाम लेने में शर्म आती है, तो आप कौनसी शिवसेना के अध्यक्ष हैं? आप नकली शिवसेना चला रहे हैं। असली शिवसेना एकनाथ शिंदे की है।
शाह ने कहा कि मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का मतलब है- देश को समृद्ध करना। मनमोहन सिंह 11वें अपने नंबर पर हमारे अर्थतंत्र को छोड़कर गए थे। मोदी 10 साल में ही 5वें नंबर पर ले आए। मैं आज मोदी की गारंटी देकर जाता हूं। आप (मोदी को) तीसरी बार प्रधानमंत्री बना दें, भारत के अर्थतंत्र को संसार में तीसरे नंबर पर लाने का काम हम करेंगे।
शाह ने कहा कि मैं आज उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि आप महाराष्ट्र की जनता और बाला साहेब के अनुयायियों के सामने स्पष्ट कर दें कि आपको मुख्यमंत्री पद चाहिए या धारा 370 के संरक्षक कांग्रेस और राकांपा चाहिएं! भाइयो और बहनो! आपको भी तय करना है कि जो गद्दी प्राप्त करने के लिए शरद पवार और राहुल गांधी की शरण में चले गए, वे महाराष्ट्र का गौरव नहीं संभाल सकते।
शाह ने कहा कि मोदी ने धारा 370 को हटाया, राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त किया, पीएफआई पर बैन लगाया और ट्रिपल तलाक समाप्त किया। मोदी ने संकल्प पत्र में घोषणा की है कि अपने तीसरे कार्यकाल में पूरे देश में यूसीसी लाने और मुस्लिम पर्सनल लॉ समाप्त करने का काम हम करेंगे।
शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अपने एजेंडे में कहा है कि हम ट्रिपल तलाक, 370 और पर्सनल लॉ को वापस लाएंगे। अब उद्धव ठाकरे, आप बताइए कि क्या कांग्रेस के घोषणा पत्र से सहमत हैं? पूरे महाराष्ट्र की जनता आपसे जानना चाहती है कि ट्रिपल तलाक के समर्थक हैं या इसे हटाने के, मुस्लिम पर्सनल लॉ के समर्थक हैं या हटाने के, 370 हटाना चाहते हैं या रखना चाहते हैं? उद्धव ठाकरे, आपको जवाब देना पड़ेगा।
शाह ने कहा कि ये इंडि गठबंधन एक प्रकार से औरंगजेब फैन क्लब बन गया है। अब आपको तय करना है कि मोदी के साथ जाना है या औरंगजेब फैन क्लब के साथ जाना है? हमने जब औरंगाबाद का नाम बदला, तब भी इन्होंने विरोध किया। उद्धव ठाकरे, मैं बताना चाहता हूं कि यह नाम संभाजी महाराज के नाम से आपके स्व. पिताजी श्रद्धेय बाला साहब ठाकरे ने रखा था। जिसे भाजपा-शिवसेना सरकार ने जमीन पर उतारा।