करीमनगर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को तेलंगाना के करीमनगर में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि तेलंगाना के लोगों ने पिछले 10 वर्षों में मेरा काम देखा है। आपके एक वोट ने भारत को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया। आपके एक वोट ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया और जम्मू-कश्मीर में शांति और समृद्धि सुनिश्चित की। आपके एक वोट ने भारत को रक्षा आयातक से रक्षा निर्यातक बना दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आपकी उपस्थिति हमारे प्रति आपके प्यार और समर्थन का प्रमाण है। मैं यहां आकर खुश हूं। मुझे आपका आशीर्वाद पाकर ख़ुशी हुई। हमारा पूरा देश संभावनाओं से भरा हुआ है। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने अपने पूरे शासनकाल में हमारे लोगों की क्षमता को बर्बाद करने के अलावा कुछ नहीं किया। कांग्रेस पार्टी ने हमारी अर्थव्यवस्था को नष्ट किया, कृषि और कपड़ा क्षेत्रों को नुकसान पहुंचाया। कांग्रेस ही देश में समस्याओं की सबसे बड़ी जननी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और बीआरएस पूरी तरह से परिवार द्वारा, परिवार की, परिवार के लिए हैं। ये दोनों पार्टियां एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। भाजपा 'राष्ट्र-प्रथम' सिद्धांत में विश्वास करती है। लेकिन दूसरी ओर, कांग्रेस और बीआरएस तेलंगाना में 'परिवार-प्रथम' सिद्धांत पर काम करती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और बीआरएस को एकसाथ बांधने वाला एकमात्र 'गोंद' भ्रष्टाचार है। तुष्टीकरण की राजनीति उनका एजेंडा है। कांग्रेस और बीआरएस 'शून्य शासन मॉडल' का पालन करती हैं। इसलिए हमें तेलंगाना को इन पार्टियों के भ्रष्ट चंगुल से बचाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि करप्शन कांग्रेस-बीआरएस का कॉमन कैरेक्टर है। ये दोनों एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाती हैं। लेकिन, बैकडोर से दोनों एक ही करप्शन सिंडिकेट का हिस्सा हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सालों तक कांग्रेस के शाहजादे दिन-रात एक ही माला जपते थे ...5 उद्योगपति' 'अंबानी', 'अडानी'... लेकिन जब से चुनाव घोषित हुए हैं, उन्होंने अंबानी, अडानी को गाली देना बंद कर दिया है। क्यों? मैं कांग्रेस के शहजादे से पूछना चाहता हूं कि उन्हें अडानी, अंबानी से कितना काला धन मिला है? कांग्रेस पार्टी को चुनाव के लिए उन उद्योगपतियों से कितना 'प्राप्त' हुआ है?
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एससी, एसटी और दलितों के आरक्षण का अधिकार छीनना चाहती है और एक समुदाय को देना चाहती है। कल्याण सुनिश्चित करना न तो उनका दृष्टिकोण है और न ही एजेंडा। कांग्रेस केवल अपना वोटबैंक सुरक्षित रखना चाहती है। यह पार्टी पूरी तरह से तुष्टीकरण की नीति में डूबी हुई है।